हजारीबाग/झारखंड। झारखंड में कानून व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में है। हजारीबाग जिले के इचाक थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह एक पेट्रोल पंप मैनेजर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान इचाक निवासी शंकर रविदास के रूप में हुई है, जो सालपर्णी इलाके के एक पेट्रोल पंप पर मैनेजर के रूप में कार्यरत थे।

घटना उस वक्त हुई जब शंकर रविदास बैंक में पेट्रोल पंप का कैश जमा कराने जा रहे थे। इसी दौरान बाइक सवार अज्ञात अपराधियों ने उन्हें निशाना बनाते हुए गोली मार दी और करीब 11.5 लाख रुपये लूटकर फरार हो गए। गोली लगने के बाद उन्हें गंभीर हालत में हजारीबाग के आरोग्यं अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

बैंक बंद होने के कारण जमा नहीं हो पाया था कैश

सूत्रों के अनुसार, बीते चार दिनों से बैंक बंद रहने के कारण पेट्रोल पंप पर बड़ी मात्रा में नकदी इकट्ठा हो गई थी। शंकर रविदास वही कैश जमा कराने के लिए निकले थे। इसी बीच अपराधियों ने सुनियोजित तरीके से वारदात को अंजाम दिया। घटना के बाद से इलाके में दहशत का माहौल है।

पुलिस जांच में जुटी, लेकिन सुराग अब तक नहीं

पुलिस ने हत्या और लूट की इस घटना को गंभीरता से लेते हुए छापेमारी शुरू कर दी है। हजारीबाग एसपी के अनुसार, CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं और अपराधियों की तलाश में विशेष टीम गठित की गई है। हालांकि अब तक कोई ठोस सुराग पुलिस के हाथ नहीं लग पाया है।

कानून व्यवस्था पर फिर उठे सवाल

दिनदहाड़े हुई इस हत्या ने झारखंड की कानून व्यवस्था को कठघरे में खड़ा कर दिया है। सवाल यह है कि जब एक पेट्रोल पंप मैनेजर बैंक तक सुरक्षित नहीं पहुंच सकता, तो आम लोगों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित होगी? क्या झारखंड सरकार के पास अपराध पर लगाम लगाने की ठोस रणनीति है?

झारखंड में हाल के दिनों में लूट और हत्या की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। ऐसे में विपक्ष भी सरकार पर हमलावर हो सकता है। जनता के बीच असुरक्षा की भावना लगातार गहराती जा रही है

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version