26 जनवरी 2025 को दिल्ली में आयोजित 76वें गणतंत्र दिवस परेड के समापन के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्तव्य पथ पर उपस्थित जनता का अभिवादन किया। यह अवसर एक उत्साहपूर्ण माहौल में बदल गया, जब प्रधानमंत्री मोदी ने हाथ हिलाकर जनसमूह से अपना आभार व्यक्त किया। इस दौरान, प्रधानमंत्री ने दर्शकों से संवाद भी किया और उनकी उपस्थिति के लिए धन्यवाद दिया।
गणतंत्र दिवस परेड में इस बार भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियंतो मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। परेड में भारतीय सशस्त्र बलों की शक्ति, सांस्कृतिक विविधता और स्वदेशी निर्मित रक्षा उपकरणों का भव्य प्रदर्शन किया गया। 5,000 कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया, जो भारतीय संस्कृति और कला की समृद्धता को दर्शाता था। इस दौरान भारतीय वायु सेना के 22 लड़ाकू विमानों ने आकाश में फ्लाई-पास्ट किया, जो भारतीय सैन्य शक्ति का प्रतीक था।
इस वर्ष की परेड का थीम “स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास” था, जो देश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और निरंतर हो रहे विकास की दिशा को प्रदर्शित करता है। यह थीम भारत के इतिहास, संस्कृति और भविष्य के विकास को विश्व के सामने लाती है।
प्रधानमंत्री मोदी की जनता से मिलने और उनका आभार व्यक्त करने की यह परंपरा लंबे समय से जारी है। परेड के बाद प्रधानमंत्री मोदी आम जनता से मिलकर उनका धन्यवाद करते हैं, जिससे उनकी जनता के प्रति गहरी नजदीकी और जुड़ाव को महसूस किया जा सकता है। 6 वर्ष पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने परेड के बाद पैदल चलकर जनता का अभिवादन किया था, जो उनके जनता के साथ जुड़ाव की एक और मिसाल है।
प्रधानमंत्री मोदी का यह कदम न केवल उनके नेतृत्व की गरिमा को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि वे हमेशा जनता से जुड़े रहना चाहते हैं। उनके इस अभिवादन ने गणतंत्र दिवस की भव्यता को और भी ऊंचा किया और देश की एकता और अखंडता को और मजबूती प्रदान की।