झारखंड के खेल जगत से एक बार फिर गर्व का पल सामने आया है। फिजी में आयोजित यूथ कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में झारखंड के प्रतिभाशाली खिलाड़ी बाबूलाल हेंब्रम ने अपनी असाधारण क्षमता का प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता है। उन्होंने न केवल स्वर्ण पदक जीता, बल्कि नए रिकॉर्ड के साथ अपनी उपलब्धि को और भी गौरवमयी बना दिया।
बाबूलाल हेंब्रम का शानदार प्रदर्शन
बाबूलाल हेंब्रम ने इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में अपनी शक्ति और तकनीक का लोहा मनवाते हुए भारतीय तिरंगे को एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर ऊँचा किया। उनकी मेहनत और समर्पण का परिणाम यह शानदार जीत है, जो झारखंड और पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। बाबूलाल ने अपने शानदार प्रदर्शन से प्रतियोगिता में नया रिकॉर्ड स्थापित किया, जिससे भारत का नाम और भी रोशन हुआ है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दी बधाई
बाबूलाल हेंब्रम की इस उपलब्धि पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्विटर के माध्यम से उन्हें बधाई दी। उन्होंने ट्वीट किया, “झारखंड के बेटे बाबूलाल हेंब्रम को यूथ कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने पर हार्दिक बधाई। आपका यह उपलब्धि हम सभी के लिए गर्व का क्षण है। जोहार!” मुख्यमंत्री ने बाबूलाल की कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प की सराहना की, जिससे उन्होंने यह मुकाम हासिल किया है।
झारखंड के लिए गर्व का क्षण
बाबूलाल हेंब्रम की यह जीत न केवल उनके परिवार और झारखंड के लिए गर्व का क्षण है, बल्कि यह पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है। उनकी इस उपलब्धि से यह साबित होता है कि झारखंड की मिट्टी में छिपी प्रतिभाएँ विश्व स्तर पर अपनी पहचान बनाने में सक्षम हैं। बाबूलाल ने अपनी कड़ी मेहनत, अनुशासन और समर्पण से यह साबित किया है कि अगर जुनून और संकल्प हो, तो कोई भी सपना बहुत बड़ा नहीं होता।
खेलों में झारखंड की बढ़ती पहचान
बाबूलाल हेंब्रम की इस उपलब्धि ने झारखंड को खेल जगत में और भी ऊँचाइयों पर पहुंचा दिया है। राज्य की सरकार और खेल संगठनों द्वारा खेलों को बढ़ावा देने की नीतियों का यह एक परिणाम है। झारखंड में खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने और उन्हें उच्च स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करने का प्रयास लगातार जारी है। बाबूलाल की सफलता से राज्य के अन्य युवा खिलाड़ियों को भी प्रेरणा मिलेगी, जो अपने-अपने क्षेत्रों में नई ऊंचाइयों को छूने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।