दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 27 साल बाद सत्ता में वापसी की है। नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गुरुवार को ऐतिहासिक रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ छह विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ग्रहण की। भाजपा ने अपने मंत्रिमंडल के गठन में विभिन्न वर्गों और समुदायों को संतुलित प्रतिनिधित्व देने की रणनीति अपनाई है।
रेखा गुप्ता के नेतृत्व वाली इस नई सरकार में शामिल मंत्रियों के नाम हैं:
1. प्रवेश वर्मा
2. आशीष सूद
3. मनजिंदर सिंह सिरसा
4. कपिल मिश्रा
5. रविंद्र इंद्रराज
6. पंकज सिंह
आइए, जानते हैं इन मंत्रियों के राजनीतिक सफर के बारे में।
1. प्रवेश वर्मा: पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे, अनुभवी नेता
प्रवेश वर्मा का राजनीति से गहरा नाता है। वे दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के पुत्र हैं। उन्होंने अपनी शिक्षा दिल्ली पब्लिक स्कूल, आरके पुरम से प्राप्त की और किरोड़ीमल कॉलेज से स्नातक किया। इसके बाद उन्होंने 1999 में इंटरनेशनल बिजनेस में एमबीए किया।
प्रवेश वर्मा 2013 में सक्रिय राजनीति में आए और महरौली विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा। उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता योगानंद शास्त्री को हराकर अपनी राजनीतिक पारी की शानदार शुरुआत की। इसके बाद वे 2014 और 2019 में पश्चिमी दिल्ली से सांसद चुने गए।
2. मनजिंदर सिंह सिरसा: अकाली दल छोड़कर भाजपा में आए
मनजिंदर सिंह सिरसा पहले शिरोमणि अकाली दल (शिअद) से जुड़े हुए थे। उन्होंने राजौरी गार्डन विधानसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और शानदार जीत दर्ज की। वे 2013 से 2015 और 2017 से 2020 तक दिल्ली विधानसभा के सदस्य भी रह चुके हैं। दिसंबर 2021 में उन्होंने अकाली दल छोड़कर भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
3. कपिल मिश्रा: हिंदूवादी छवि के नेता
कपिल मिश्रा पहले आम आदमी पार्टी (आप) में थे और करावल नगर विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे। वे अरविंद केजरीवाल सरकार में मंत्री भी रहे, लेकिन 2017 में उन्होंने केजरीवाल पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए, जिसके बाद उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया।
2019 में उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया और हिंदूवादी नेता के रूप में पहचान बनाई। पार्टी ने इस बार करावल नगर से उन्हें टिकट दिया, जहां उन्होंने शानदार जीत दर्ज की।
4. आशीष सूद: पहली बार विधायक, अब मंत्री
आशीष सूद जनकपुरी विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बने और अब मंत्री पद की शपथ ली है। वे पंजाबी समुदाय के बड़े नेता माने जाते हैं। अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से की थी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से भी जुड़े रहे हैं। भाजपा युवा मोर्चा में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
5. रविंद्र इंद्रराज: दलित समुदाय का प्रतिनिधित्व
भाजपा ने दिल्ली की बवाना विधानसभा सीट से रविंद्र इंद्रराज सिंह को मैदान में उतारा था, जहां उन्होंने आम आदमी पार्टी के जय भगवान उपकार को 31,475 वोटों से हराकर बड़ी जीत दर्ज की। वे पहली बार विधायक बने हैं और दलित समुदाय से आते हैं।
6. पंकज सिंह: पूर्वांचली समुदाय का बड़ा चेहरा
पंकज सिंह ने विकासपुरी विधानसभा सीट से जीत दर्ज की और भाजपा को इस सीट पर पहली बार विजय दिलाई। उन्होंने आप के महेंद्र यादव को 12,876 वोटों के अंतर से हराया। वे पूर्वांचली ठाकुर समुदाय से आते हैं और भाजपा ने उन्हें इस समुदाय को साधने के लिए मंत्रिमंडल में जगह दी है।
भाजपा का रणनीतिक संतुलन
भाजपा ने इस मंत्रिमंडल के जरिए दिल्ली की राजनीति में व्यापक सामाजिक और जातिगत समीकरणों को साधने का प्रयास किया है। इसमें पंजाबी, दलित, पूर्वांचली और हिंदूवादी चेहरों को जगह दी गई है। अब देखने वाली बात होगी कि यह नई सरकार दिल्ली की जनता की अपेक्षाओं पर कितना खरा उतर पाती है।