मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से झारखंड मंत्रालय में आज केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, एडीजी बिहार एवं झारखंड एनसीसी निदेशालय मेजर जनरल ए.एस. बजाज और ब्रिगेडियर आर.के. सिंह ने मुलाकात की। इस बैठक में झारखंड में एनसीसी (नेशनल कैडेट कोर) से जुड़े कार्यक्रमों और विकास योजनाओं पर चर्चा हुई।
बैठक के मुख्य बिंदु
- एनसीसी की विस्तार योजनाएं
बैठक में झारखंड में एनसीसी के विस्तार पर विशेष चर्चा हुई। एनसीसी का उद्देश्य युवाओं को अनुशासन, नेतृत्व क्षमता और देशभक्ति के प्रति जागरूक करना है। अधिकारियों ने राज्य में अधिक एनसीसी इकाइयों की स्थापना और इसके प्रभाव को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार से सहयोग मांगा। - झारखंड के युवाओं के लिए अवसर
झारखंड के युवाओं को रक्षा क्षेत्र में शामिल करने और एनसीसी के माध्यम से करियर के अवसर प्रदान करने पर जोर दिया गया। इसके तहत ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में एनसीसी की पहुंच सुनिश्चित करने की रणनीति बनाई गई। - संवेदनशील क्षेत्रों में प्रशिक्षण
राज्य के संवेदनशील और सीमावर्ती क्षेत्रों में एनसीसी के प्रशिक्षण कार्यक्रमों को लागू करने के मुद्दे पर भी चर्चा की गई। इससे न केवल युवाओं को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा, बल्कि क्षेत्र में सुरक्षा जागरूकता को भी बढ़ावा मिलेगा।
राज्य सरकार का सहयोग
मुख्यमंत्री ने एनसीसी को लेकर राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने आश्वासन दिया कि झारखंड में एनसीसी के विकास और इसके प्रशिक्षण कार्यक्रमों के विस्तार के लिए हरसंभव मदद दी जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने युवाओं के कौशल विकास और रोजगार सृजन के लिए एनसीसी को एक महत्वपूर्ण माध्यम बताया।
भविष्य की योजनाएं
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि राज्य सरकार और एनसीसी निदेशालय मिलकर विशेष कार्यक्रम चलाएंगे, जिसमें स्कूल-कॉलेजों में एनसीसी की इकाइयों की संख्या बढ़ाने और अधिक छात्रों को जोड़ने पर ध्यान दिया जाएगा। इसके साथ ही एनसीसी द्वारा आयोजित शिविरों और राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रमों में झारखंड के छात्रों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
इस महत्वपूर्ण बैठक ने झारखंड में एनसीसी के प्रभाव को बढ़ाने और युवाओं को नए अवसर प्रदान करने की दिशा में एक मजबूत कदम का संकेत दिया है।