6 जनवरी 2025, को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने “मैया सम्मान योजना” के तहत एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए पहली किस्त जारी की। इस योजना के शुभारंभ के दौरान राज्यभर की लाखों महिलाओं ने कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

कार्यक्रम की मुख्य बातें:

  1. पहली किस्त का वितरण: कार्यक्रम में 45 लाख महिलाओं के खातों में सीधे ₹2,500 की पहली किस्त ट्रांसफर की गई। यह राशि सालाना ₹30,000 तक पहुंचेगी।
  2. महिला सशक्तिकरण का लक्ष्य: मुख्यमंत्री ने महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करने के साथ ही उन्हें रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में मजबूती देने की प्रतिबद्धता जताई।
  3. योजना का उद्देश्य: झारखंड की गरीब और जरूरतमंद महिलाओं को वित्तीय स्थिरता देना, ताकि वे परिवार और समाज में अपने अधिकारों को प्रभावी ढंग से स्थापित कर सकें।

मुख्यमंत्री का संबोधन:

मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारा उद्देश्य झारखंड की हर महिला को आर्थिक रूप से मजबूत करना है। ‘मैया सम्मान योजना’ केवल आर्थिक सहायता नहीं है, बल्कि यह उनके आत्मसम्मान और बेहतर जीवन के लिए एक पहल है।”

लाभार्थी महिलाओं की प्रतिक्रियाएं:

कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस योजना से उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आएंगे। कई महिलाओं ने इसे “स्वाभिमान और सम्मान की योजना” करार दिया।

भविष्य की योजनाएं:

सरकार ने यह भी घोषणा की कि आने वाले समय में महिलाओं के लिए स्वरोजगार योजनाओं और कौशल विकास कार्यक्रमों को और मजबूत किया जाएगा।

यह पहल न केवल झारखंड बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा है, जो दिखाती है कि सही नीतियां और ईमानदार प्रयास समाज में बड़े बदलाव ला सकते हैं।

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