झारखंड की मंईयां सम्मान योजना को लेकर हाल के दिनों में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। भारतीय जनता पार्टी ने फंड की कमी का हवाला देते हुए इस योजना के भविष्य पर सवाल उठाए थे। ऐसे में राज्य की महिलाओं के मन में आशंका थी कि क्या यह योजना जारी रहेगी या बंद कर दी जाएगी। इस मुद्दे पर झारखंड सरकार के मंत्री चमरा लिंडा ने स्थिति स्पष्ट की है।
योजना बंद नहीं होगी, बिना रुकावट जारी रहेगी
झारखंड सरकार में एसी/एसटी एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री चमरा लिंडा ने भरोसा दिलाया कि मंईयां सम्मान योजना को किसी भी परिस्थिति में बंद नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह योजना महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है और इसे आगे भी बिना किसी बाधा के जारी रखा जाएगा।
मंत्री ने यह भी बताया कि इस योजना से लाखों महिलाओं को आर्थिक सहायता मिल रही है, जिससे वे अपने परिवार का भरण-पोषण कर रही हैं और बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठा पा रही हैं। सरकार इस योजना को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है और इसके लिए आवश्यक फंड की भी कोई कमी नहीं होने दी जाएगी।
क्या है मंईयां सम्मान योजना?
हेमंत सोरेन सरकार ने विधानसभा चुनाव 2024 के दौरान महिलाओं को आर्थिक सहायता देने का वादा किया था। सरकार बनने के बाद इस वादे को पूरा करते हुए मंईयां सम्मान योजना की शुरुआत की गई। पहले यह योजना 21 से 50 साल की महिलाओं के लिए थी, लेकिन बाद में इसे 18 से 50 साल तक की महिलाओं के लिए लागू कर दिया गया। इसके तहत प्रत्येक लाभार्थी महिला को हर महीने 2500 रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है।
राजनीतिक विवाद और भाजपा के आरोप
भाजपा ने आरोप लगाया कि सरकार के पास इस योजना को सुचारू रूप से चलाने के लिए पर्याप्त बजट नहीं है। पार्टी का कहना था कि फंड की कमी के कारण योजना प्रभावित हो सकती है। हालांकि, मंत्री चमरा लिंडा ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि राज्य सरकार के पास पर्याप्त संसाधन हैं और महिलाओं को मिलने वाली सहायता में कोई रुकावट नहीं आएगी।
महिलाओं के लिए क्यों अहम है यह योजना?
मंईयां सम्मान योजना राज्य की महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता देने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस योजना के तहत मिलने वाली राशि से महिलाएं अपने बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और घरेलू जरूरतों को पूरा कर पा रही हैं। सरकार का दावा है कि इससे महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिल रहा है और उनके जीवन स्तर में सुधार हो रहा है।
निष्कर्ष
मंईयां सम्मान योजना को लेकर उठ रही अफवाहों को झारखंड सरकार ने पूरी तरह खारिज कर दिया है। सरकार का कहना है कि यह योजना जारी रहेगी और इसे बंद करने का कोई सवाल ही नहीं उठता। इससे जुड़ी महिलाओं को घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि सरकार उनके हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।