करणी सेना नेता की हत्या से झारखंड में तनाव
झारखंड के जमशेदपुर शहर में रविवार को उस समय हड़कंप मच गया जब करणी सेना के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सिंह की संदिग्ध हालात में गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह वारदात बालीगुमा क्षेत्र में हुई, जहाँ उनका शव NH-33 से लगभग 500 मीटर अंदर एक खेत में बरामद हुआ।
सिर में मारी गई गोली, स्कूटी और हथियार भी बरामद
पुलिस के अनुसार, विनय सिंह के सिर में गोली मारी गई थी। घटनास्थल से उनकी स्कूटी और एक पिस्तौल बरामद की गई है। उनके शरीर पर हाथ और पैर में चोटों के कई निशान पाए गए, जिससे हत्या के पहले संघर्ष की आशंका जताई जा रही है।
हत्या के बाद उग्र हुए समर्थक, NH-33 किया जाम
विनय सिंह की हत्या की खबर फैलते ही करणी सेना के कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया। समर्थकों ने NH-33 को डिमना चौक के पास जाम कर दिया और टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। तीन घंटे तक सड़कों पर यातायात पूरी तरह ठप रहा। गुस्साई भीड़ ने पुलिस से भी बहस की और अधिकारियों को घटनास्थल से हटने के लिए मजबूर कर दिया।
पुलिस ने दी कार्रवाई की जानकारी, 48 घंटे का अल्टीमेटम
घटनास्थल पर पहुंचकर पटमदा डीएसपी, उलीडीह, मानगो और सिदगोड़ा थाना प्रभारियों ने स्थिति को काबू में लिया। पुलिस ने शव को एमजीएम अस्पताल भेजा और जांच शुरू कर दी है। वहीं, करणी सेना ने पुलिस को 48 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की है।
परिजनों का बयान: सुबह से लापता थे विनय सिंह
परिजनों के अनुसार, विनय सिंह रविवार सुबह 11 बजे घर से निकले थे। उनका आम दिनचर्या दोपहर में लौटने की होती थी, लेकिन उस दिन न वे दुकान पहुंचे और न ही घर आए। जब शाम तक उनका कुछ पता नहीं चला, तो परिजनों ने उलीडीह थाना में शिकायत दर्ज कराई। मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने खोजबीन शुरू की और रात करीब 8 बजे उनका शव मिला।
पुलिस जांच में क्या निकला अब तक?
पुलिस को शव के पास से एक पिस्तौल बरामद हुई है। इससे दो एंगल पर जांच चल रही है—या तो यह हत्या को आत्महत्या दिखाने की साजिश है, या फिर यह पूर्व नियोजित हत्या। पोस्टमार्टम रिपोर्ट, कॉल डिटेल्स और CCTV फुटेज के आधार पर जांच आगे बढ़ रही है।
राजनीति भी गरमाई, BJP और AJSU ने की निंदा
घटना के बाद भाजपा और आजसू पार्टी के नेताओं ने घटनास्थल पर पहुंचकर विरोध दर्ज कराया और राज्य सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। नेताओं ने मांग की कि हत्या की साजिश में शामिल सभी आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।
निष्कर्ष
विनय सिंह की हत्या ने एक बार फिर झारखंड की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस हत्याकांड के पीछे की सच्चाई क्या है, यह आने वाली पुलिस जांच बताएगी, लेकिन फिलहाल पूरा जमशेदपुर शोक और आक्रोश में डूबा हुआ है।