झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने अपनी तीसरी सूची जारी कर दी है, जिसमें कई महत्वपूर्ण सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषित किए गए हैं। इस सूची के अनुसार गोमिया, चक्रधरपुर, खुंटी, सिसई और बिशुनपुर जैसी महत्वपूर्ण विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारे गए हैं।
तीसरी सूची में घोषित प्रत्याशियों के नाम:
- गोमिया (34) – श्री योगेन्द्र प्रसाद
- चक्रधरपुर (56) (अ.ज.जा.) – श्री सुखराम उरांव
- खुंटी (60) (अ.ज.जा.) – श्रीमती स्नेहलता कन्डूलना
- सिसई (67) (अ.ज.जा.) – श्री जिगा सुसारण होरो
- बिशुनपुर (69) (अ.ज.जा.) – श्री चमरा लिण्डा
JMM ने चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। पार्टी प्रमुख हेमंत सोरेन की रणनीति यह दर्शाती है कि वे आदिवासी बहुल क्षेत्रों में अपना प्रभाव बनाए रखना चाहते हैं। सूची में कई आदिवासी समुदायों के नेताओं को जगह दी गई है, जिससे यह साफ जाहिर होता है कि JMM आदिवासी वोट बैंक को साधने की कोशिश कर रहा है।
महिलाओं की भागीदारी को बल
JMM की तीसरी सूची में खुंटी सीट से श्रीमती स्नेहलता कन्डूलना को टिकट दिया गया है। इससे यह संकेत मिलता है कि पार्टी महिलाओं की भागीदारी को भी तवज्जो दे रही है, जो चुनावी रणनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
पार्टी की रणनीति और भविष्य की तैयारियाँ
JMM की अब तक की तीन सूचियों में जो नाम सामने आए हैं, वे पार्टी की रणनीति और जनता को साधने के प्रयास को साफ दर्शाते हैं। इस बार JMM मुख्य रूप से ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में अपना दबदबा बनाए रखने के साथ-साथ महिलाओं और युवा नेताओं को भी मौका दे रही है। पार्टी ने संकेत दिया है कि अन्य महत्वपूर्ण विधानसभा क्षेत्रों के प्रत्याशियों की सूची जल्द जारी की जाएगी।
विधानसभा चुनाव के दो चरण
झारखंड में विधानसभा चुनाव दो चरणों में होंगे। पहले चरण में 13 नवंबर को और दूसरे चरण में 20 नवंबर को मतदान होगा, जिसके बाद 23 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे। ऐसे में सभी राजनीतिक दल अपनी तैयारी को अंतिम रूप दे रहे हैं।
आदिवासी वोट बैंक पर नजर
JMM ने अपनी सूची में आदिवासी आरक्षित सीटों पर भरोसेमंद और प्रभावशाली नेताओं को उतार कर यह संकेत दिया है कि वे आदिवासी वोट बैंक पर पूरा फोकस कर रहे हैं। पार्टी की योजना है कि ग्रामीण इलाकों में अपनी पकड़ मजबूत रखी जाए ताकि विधानसभा में अधिकतम सीटें हासिल की जा सकें।
इस सूची के जारी होने से चुनावी माहौल और भी गरमा गया है। अब देखना यह होगा कि JMM की यह रणनीति कितनी कारगर साबित होती है और पार्टी को कितनी सीटों पर जीत हासिल होती है।