“मीडिया वाला एक्सप्रेस की खबर का बड़ा असर, बन्ना गुप्ता ने तुरंत जारी किया बयान, अखबारों में छपे विज्ञापन”
झारखंड राज्य के सरकारी कर्मियों और सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। सोमवार को राजधानी रांची में झारखंड राज्य स्वास्थ्य बीमा योजना का शुभारंभ हुआ। इस योजना के अंतर्गत राज्य के कर्मियों और रिटायर्ड वर्कर्स को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 5 लाख रुपए तक का बीमा कवर मिलेगा। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और विभागीय सचिव अजय कुमार सिंह की उपस्थिति में झारखंड स्टेट आरोग्य सोसाइटी और टाटा एआइजी जेनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के बीच एक महत्वपूर्ण एमओयू (समझौता ज्ञापन) पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते के साथ ही वर्षों से लंबित इस योजना को हेमंत सोरेन सरकार ने अमलीजामा पहनाया है।
योजना का लाभ और विस्तार
यह योजना सिर्फ राज्य कर्मियों और रिटायर्ड कर्मचारियों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि राज्य के यूनिवर्सिटी, कॉलेज और अन्य सरकारी संस्थानों में कार्यरत कर्मियों को भी इसका लाभ मिलेगा। 5 लाख रुपए तक की बीमा सीमा स्वास्थ्य सेवाओं के लिए तय की गई है, लेकिन अगर किसी कर्मी को इससे अधिक की आवश्यकता पड़ती है तो सरकार उसकी भी व्यवस्था करेगी। इस योजना को तैयार करते समय इसके स्वरूप में मानवीय पहलुओं को भी ध्यान में रखा गया है ताकि इसे सभी जरूरतमंद कर्मियों के लिए सहायक बनाया जा सके।
केंद्र की आयुष्मान योजना से कम, पर राज्य की पहल से अधिक
बन्ना गुप्ता ने अपने वक्तव्य में कहा कि राज्य के 69 लाख परिवारों को केंद्र की आयुष्मान योजना का लाभ नहीं मिल सका, जबकि राज्य सरकार ने इसके लिए केंद्र से कई बार अपील की थी। ऐसे में राज्य सरकार ने ‘अबुआ स्वास्थ्य योजना’ के माध्यम से पहल की है, जिसके तहत योग्य पात्रों को 15 लाख रुपए तक की स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा। यह राज्य सरकार का एक बड़ा कदम है जो यह सुनिश्चित करता है कि हर जरूरतमंद को स्वास्थ्य सेवाओं का समुचित लाभ मिल सके।
मीडिया की बड़ी भूमिका
इस योजना के बारे में जनता को जागरूक करने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। हाल ही में मीडिया में इस संबंध में कई खबरें प्रकाशित हुईं, जिनका बड़ा असर देखा गया। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने इसके तुरंत बाद बयान जारी किया और अखबारों में इस योजना के प्रचार-प्रसार के लिए विज्ञापन भी जारी किए गए हैं।
सरकार की प्रतिबद्धता
झारखंड सरकार की इस पहल से यह स्पष्ट होता है कि वह राज्य के कर्मियों और उनके परिवारों की भलाई के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि न केवल वर्तमान में कार्यरत सरकारी कर्मचारी, बल्कि सेवानिवृत्त कर्मी भी इस योजना का पूरा लाभ उठा सकें।
निष्कर्ष
झारखंड राज्य स्वास्थ्य बीमा योजना से राज्य के हजारों कर्मियों और उनके परिवारों को राहत मिलेगी। इस योजना के माध्यम से सरकार ने यह संदेश दिया है कि वह अपने कर्मियों की स्वास्थ्य सुरक्षा के प्रति पूरी तरह जागरूक है और उन्हें सर्वोत्तम सेवाएं प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।