रांची स्थित “ICAR- राष्ट्रीय माध्यमिक कृषि संस्थान” (National Institute of Secondary Agriculture) का शताब्दी समारोह आज एक ऐतिहासिक अवसर के रूप में मनाया गया। इस विशेष अवसर पर माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की गरिमामयी उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भी खास बना दिया। संस्थान की स्थापना के सौ वर्षों को पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित इस समारोह में कृषि के क्षेत्र में हुई प्रगति और अनुसंधान की यात्रा को प्रदर्शित किया गया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संबोधन
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में संस्थान की ऐतिहासिक उपलब्धियों और देश की कृषि में इसके योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि ICAR- राष्ट्रीय माध्यमिक कृषि संस्थान ने पिछले 100 वर्षों में कृषि के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए हैं और इसने किसानों की आय बढ़ाने और कृषि को आधुनिक तकनीकों से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने संस्थान के वैज्ञानिकों और कर्मचारियों की मेहनत को सराहते हुए कहा कि ये उपलब्धियां उनके अथक परिश्रम का परिणाम हैं।
कृषि अनुसंधान में संस्थान की भूमिका
ICAR- राष्ट्रीय माध्यमिक कृषि संस्थान, रांची की स्थापना का मुख्य उद्देश्य कृषि विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्र में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देना है। पिछले 100 वर्षों में इस संस्थान ने माध्यमिक कृषि के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण शोध और अनुसंधान किए हैं, जिससे देश के लाखों किसानों को लाभ हुआ है। संस्थान द्वारा विकसित की गई फसल की उन्नत किस्में, जल प्रबंधन तकनीक, और कीट नियंत्रण के उपायों ने कृषि उत्पादन को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है।
कार्यक्रम की मुख्य झलकियां
शताब्दी समारोह में कई गणमान्य अतिथियों, वैज्ञानिकों, और किसानों ने भाग लिया। समारोह के दौरान संस्थान की यात्रा और उसकी उपलब्धियों को प्रदर्शित करने वाली एक विशेष प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया। इसके अलावा, कृषि अनुसंधान में नवाचार और आधुनिक तकनीकों के प्रयोग पर भी चर्चा की गई। इस अवसर पर कुछ नई परियोजनाओं और शोध पहल की भी घोषणा की गई, जो भविष्य में कृषि के क्षेत्र में क्रांति ला सकती हैं।
किसानों के लिए नई योजनाओं का ऐलान
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन के दौरान किसानों के कल्याण के लिए कई नई योजनाओं का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और कृषि अनुसंधान संस्थानों के संयुक्त प्रयासों से किसानों को आधुनिक तकनीकों से जोड़ने का काम तेजी से किया जा रहा है। राष्ट्रपति ने किसानों से अपील की कि वे इन तकनीकों का अधिक से अधिक उपयोग करें और कृषि में नवाचार को अपनाएं।
विज्ञान और नवाचार को बढ़ावा
राष्ट्रपति ने कृषि विज्ञान और नवाचार को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि संस्थान की अगली शताब्दी में और भी अधिक शोध और विकास कार्य किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि देश की कृषि अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए यह आवश्यक है कि वैज्ञानिक अनुसंधान को प्राथमिकता दी जाए और नवीनतम तकनीकों का उपयोग किया जाए।
भावी चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा
समारोह में कृषि से जुड़ी भावी चुनौतियों और अवसरों पर भी गहन चर्चा की गई। बदलते जलवायु, मिट्टी की उर्वरता में गिरावट, और जल संकट जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया और इन समस्याओं के समाधान के लिए आधुनिक और टिकाऊ तकनीकों को अपनाने की आवश्यकता बताई गई।
निष्कर्ष
ICAR- राष्ट्रीय माध्यमिक कृषि संस्थान, रांची का शताब्दी समारोह न केवल संस्थान की गौरवशाली यात्रा का उत्सव था, बल्कि यह कृषि अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में भविष्य की दिशा तय करने का भी एक महत्वपूर्ण अवसर था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को और अधिक गौरवमयी बना दिया। समारोह ने यह संदेश दिया कि कृषि विज्ञान में नवाचार और अनुसंधान के जरिए हम देश के किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं और भारत को एक कृषि महाशक्ति बना सकते हैं।