नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ सांसद निशिकांत दुबे ने एक बार फिर अपने विवादित बयानों से सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। शनिवार को उन्होंने सुप्रीम कोर्ट और मुख्य न्यायाधीश (CJI) संजीव खन्ना को लेकर एक ऐसा बयान दिया, जिसे लेकर सियासी हलकों में हलचल मच गई है। दुबे ने कहा कि “देश में जितने भी गृह युद्ध हो रहे हैं, उसके जिम्मेदार सिर्फ CJI संजीव खन्ना हैं।”
सुप्रीम कोर्ट को बताया ‘धार्मिक युद्ध’ का जिम्मेदार
निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया कि सुप्रीम कोर्ट अपनी सीमा से बाहर जाकर फैसले दे रहा है, जो देश में धार्मिक युद्ध को भड़काने का कारण बन रहा है। उन्होंने कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट ही कानून बनाने लगा है तो संसद के दरवाजे बंद कर देने चाहिए। उन्होंने तीखे शब्दों में कहा:
“सुप्रीम कोर्ट का एकमात्र उद्देश्य है – ‘Show me the face, we will show you the Law’। अगर सब कुछ कोर्ट ही करेगा तो फिर संसद का क्या काम है?”
राष्ट्रपति और राज्यपाल को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर नाराजगी
बीजेपी सांसद ने राष्ट्रपति और राज्यपाल के अधिकार क्षेत्र से जुड़े सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसलों पर सवाल उठाते हुए कहा कि कोर्ट संविधान के अनुच्छेदों की गलत व्याख्या कर रहा है। उन्होंने कहा:
“अनुच्छेद-141 कहता है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाए गए कानून निचली अदालतों पर लागू होते हैं, लेकिन अनुच्छेद-368 संसद को संविधान संशोधन का अधिकार देता है। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट राष्ट्रपति और राज्यपाल को निर्देश नहीं दे सकता कि वे तीन महीने में क्या करें।”
धार्मिक भावनाएं और ऐतिहासिक फैसले
निशिकांत दुबे ने सुप्रीम कोर्ट के कुछ ऐतिहासिक फैसलों को भी कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने धारा 377, आईटी एक्ट की धारा 66A, राम मंदिर, ज्ञानवापी, और मथुरा विवाद जैसे मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट की सोच एकतरफा है।
“आर्टिकल 377 के तहत होमोसेक्सुअलिटी अपराध थी, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने खत्म कर दिया। जबकि सभी धर्म इसे गलत मानते हैं। इसी तरह IT एक्ट की धारा 66A को भी हटा दिया गया, जिससे महिलाएं और बच्चे प्रभावित हुए।”
वक्फ एक्ट पर भी सवाल
जब दुबे से वक्फ कानून को असंवैधानिक बताए जाने और जगदंबिका पाल के इस्तीफे वाले बयान पर प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने सीधे तौर पर कहा:
“इस देश में जितने भी गृह युद्ध हो रहे हैं, उसके जिम्मेदार केवल CJI संजीव खन्ना हैं।”
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
इस बयान पर टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने भी पलटवार करते हुए कहा कि अगर किसी को वक्फ कानून से समस्या है और वह असंवैधानिक लगता है, तो संबंधित व्यक्ति को इस्तीफा दे देना चाहिए। यह बयान आने के बाद देश की राजनीतिक गलियों में गरमाहट बढ़ गई है।