एक दिन पहले संजय सेठ से मुलाक़ात ने बढ़ा दी सियासी सरगर्मियाँ!

रांची। झारखंड की राजनीति में इन दिनों अचानक हलचल तेज़ हो गई है। एक ओर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सत्ता में वापसी के बाद तेज़ होती सक्रियता चर्चा में है, वहीं दूसरी ओर रांची से भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री संजय सेठ से हुई उनकी एक “प्राइवेट मीटिंग” ने राजनीतिक हलकों में सनसनी फैला दी है।

यह मुलाक़ात खुद हेमंत सोरेन ने अपने X (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर साझा की थी, जिसमें उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी नज़र आईं। लेकिन सूत्रों के मुताबिक यह कोई सामान्य औपचारिकता नहीं थी — बल्कि यह बैठक एक दिन पहले हेमंत सोरेन के आवास पर हुई थी।

अब सबसे बड़ा सवाल यही है—

क्या यह सिर्फ एक ‘शिष्टाचार भेंट’ थी या फिर इसके पीछे कोई गहरी राजनीतिक गणित छुपी है?

संजय सेठ और हेमंत की ‘गोपनीय मुलाक़ात’—सियासत या संयोग?

एक ओर BJP और JMM एक-दूसरे के कट्टर राजनीतिक विरोधी हैं, वहीं दूसरी ओर संजय सेठ जैसे वरिष्ठ भाजपा नेता और मुख्यमंत्री के बीच इतनी घनिष्ठ बातचीत को लेकर राजनीतिक विश्लेषक संशय जता रहे हैं।

क्या दोनों के बीच रांची के विकास की बातचीत हो रही थी या फिर ये मुलाक़ात “बैकडोर पॉलिटिक्स” का हिस्सा थी?

JMM-कांग्रेस में BJP डालेगी दरार?

राज्य में सत्तारूढ़ JMM और कांग्रेस के बीच पहले से मतभेद की खबरें आती रही हैं। ऐसे में यह मुलाक़ात BJP की एक सटीक चाल मानी जा रही है जो सत्तारूढ़ गठबंधन को भीतर से कमजोर कर सकती है।

हेमंत कांग्रेस से दूरी बनाकर BJP की ओर?

राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि हेमंत सोरेन, कांग्रेस नेतृत्व से पूरी तरह संतुष्ट नहीं हैं और पार्टी के साथ उनका विश्वास डगमगाया है।

क्या वे अब BJP के साथ कोई ‘गुप्त सामंजस्य’ तलाश रहे हैं?

या फिर यह सिर्फ़ राजनीतिक चतुराई है विपक्ष को भ्रमित करने के लिए?

BJP की रणनीति या हेमंत की मजबूरी?

सूत्रों के मुताबिक BJP झारखंड में सत्ता वापसी की संभावनाओं पर काम कर रही है। संजय सेठ की यह मुलाक़ात उस रणनीति का हिस्सा हो सकती है — जहां समर्थन के बदले राजनीतिक लाभ की बिसात बिछाई जा रही हो।

निष्कर्ष:

हेमंत सोरेन और संजय सेठ की एक दिन पहले हुई यह मुलाक़ात, भले ही सार्वजनिक रूप से सामान्य लगे, लेकिन इसका समय और स्वरूप सियासी शक पैदा करता है

हालांकि भाजपा सांसद संजय सेठ और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बीच हुई मुलाकात को लेकर जारी अटकलों पर अब विराम लग गया है। राजनीतिक हलकों में इस भेंट को लेकर कई कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन अब यह स्पष्ट हो गया है कि संजय सेठ ने मुख्यमंत्री को एयर शो में शामिल होने का आधिकारिक निमंत्रण देने के लिए यह मुलाकात की थी।

विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, संजय सेठ ने राज्य सरकार को प्रस्तावित एयर शो के आयोजन में सहयोग के लिए आमंत्रित किया और मुख्यमंत्री से इसे लेकर चर्चा की। यह मुलाकात पूरी तरह से गैर-राजनीतिक थी और इसका उद्देश्य केवल कार्यक्रम की जानकारी देना तथा राज्य सरकार को औपचारिक आमंत्रण देना था।

गौरतलब है कि झारखंड में पहली बार होने जा रहे इस एयर शो को लेकर उत्साह का माहौल है। कार्यक्रम में वायुसेना के विशेष करतब, रक्षा उपकरणों की प्रदर्शनी और युवाओं को प्रेरित करने वाले आयोजन प्रस्तावित हैं।

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