रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से एक महत्वपूर्ण घोषणा की, जिसके तहत राज्य के 24 जिलों में श्रम-आवासीय विद्यालयों की स्थापना की जाएगी। यह योजना राज्य के गरीब और वंचित वर्ग के बच्चों के लिए वरदान साबित होगी, क्योंकि इन विद्यालयों में निःशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी।

सोरेन के अनुसार, राज्य में बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने और उन्हें समग्र विकास के अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से यह योजना शुरू की जा रही है। इस योजना के तहत वे बच्चे, जिनके परिवार आर्थिक रूप से कमजोर हैं और जो अब तक शिक्षा से वंचित रहे हैं, उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी। इसके साथ ही, आवासीय सुविधा के माध्यम से बच्चों को रहने और भोजन की भी व्यवस्था प्रदान की जाएगी।

श्रम विभाग के अंतर्गत चलने वाली यह योजना शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा कदम है, जो बच्चों के भविष्य को संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इसके माध्यम से न केवल शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि राज्य में बेरोजगारी को भी नियंत्रित करने में मदद मिलेगी, क्योंकि अच्छी शिक्षा पाने वाले बच्चे भविष्य में रोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त कर सकेंगे। हेमंत सोरेन ने यह भी बताया कि अगले वर्ष इस योजना पर कार्य शुरू कर दिया जाएगा, और जल्द ही इसे जमीनी स्तर पर लागू किया जाएगा।

आगामी चुनावों पर हेमंत सोरेन की चेतावनी: “भाजपा के झूठ से रहें सतर्क”

इसके साथ ही, हेमंत सोरेन ने राज्य में होने वाले आगामी चुनावों के बारे में जनता को सचेत किया। उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक आते ही बड़े-बड़े व्यापारी और राजनीतिक दल राज्य में सक्रिय हो जाते हैं। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि इस बार भी भाजपा के नेता और उनके सहयोगी राज्य में “झूठ का पिटारा” लेकर आएंगे और जनता को भ्रमित करने का प्रयास करेंगे।

सोरेन ने अपनी जनता से अपील की कि वे इन बहरूपियों से सतर्क रहें और उनके झूठे वादों में न आएं। उन्होंने कहा कि भाजपा बार-बार झूठे वादों के सहारे चुनाव जीतने का प्रयास करती रही है, लेकिन इस बार जनता को सच्चाई को समझकर वोट देना चाहिए। सोरेन ने यह भी कहा कि चुनावी माहौल में हेलीकॉप्टर से बड़े व्यापारी राज्य में आएंगे, जो जनता के हितों की अनदेखी करके अपने स्वार्थों को साधने का प्रयास करेंगे।

श्रम विभाग के माध्यम से रोजगार और शिक्षा का वादा

श्रम विभाग के माध्यम से रोजगार के अवसरों को बढ़ाने पर भी हेमंत सोरेन ने जोर दिया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार राज्य के लोगों को रोजगार देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, और श्रम विभाग इस दिशा में प्रमुख भूमिका निभा रहा है। राज्य में कई नई योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनके माध्यम से युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं।

अब, शिक्षा के क्षेत्र में भी श्रम विभाग की भूमिका को और मजबूत किया जाएगा, ताकि राज्य के गरीब बच्चों को निःशुल्क और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके। हेमंत सोरेन ने कहा कि शिक्षा और रोजगार का यह संयोजन राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा।

इस योजना के तहत, बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ कौशल विकास के कार्यक्रमों में भी शामिल किया जाएगा, ताकि वे भविष्य में रोजगार के लिए पूरी तरह से तैयार हो सकें। श्रम विभाग द्वारा चलाई जा रही यह पहल न केवल बच्चों को सशक्त बनाएगी, बल्कि राज्य की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करेगी।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version