झारखंड की महिलाओं के लिए इस बार का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस बेहद खास रहा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने महिला दिवस (8 मार्च) के अवसर पर ‘मंईयां सम्मान योजना’ के तहत लाभार्थी महिलाओं के खातों में 7500 रुपए ट्रांसफर करने की घोषणा की। उन्होंने अपने एक्स हैंडल (पूर्व में ट्विटर) पर यह जानकारी साझा की और इसे महिलाओं के लिए सम्मान और सशक्तिकरण का कदम बताया।

महिलाओं को मिला होली का तोहफा

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने महिला दिवस के मौके पर झारखंड की आधी आबादी (महिलाओं) को आर्थिक मजबूती देने के उद्देश्य से ‘मंईयां सम्मान योजना’ की पूरी राशि (₹7500) उनके बैंक खातों में भेजने की पहल की है। इस योजना के तहत गरीब, विधवा, तलाकशुदा, परित्यक्ता और आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को हर महीने ₹2500 की सहायता राशि दी जाती है। अब सरकार ने तीन महीने की संयुक्त किस्त (₹7500) सीधे बैंक खातों में ट्रांसफर कर दी है।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का बयान

सीएम हेमंत सोरेन ने कहा:

“झारखंड में महिला दिवस पर राज्य की सभी मंईयां को सम्मान राशि के पूरे 7500 रुपए बैंक खातों में पहुंच रहे हैं। यह केवल आर्थिक मदद नहीं, बल्कि महिलाओं के आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हमारी सरकार महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।”

मंईयां सम्मान योजना क्या है?

‘मंईयां सम्मान योजना’ झारखंड सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य राज्य की जरूरतमंद महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। शुरुआत में इस योजना के तहत ₹1000 प्रति माह दिए जाते थे, जिसे बाद में ₹2500 प्रति माह कर दिया गया।

योजना का उद्देश्य

आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को सहायता प्रदान करना

विधवा, तलाकशुदा और परित्यक्ता महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना।

महिलाओं को सम्मान और सुरक्षा देना।

राज्य में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना।

कौन-कौन ले सकता है इस योजना का लाभ?

इस योजना का लाभ उन्हीं महिलाओं को मिलेगा जो निम्नलिखित पात्रता मापदंडों को पूरा करती हैं:

झारखंड की स्थायी निवासी होनी चाहिए।

आयु 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए।

विधवा, तलाकशुदा, परित्यक्ता, निराश्रित या असहाय महिलाओं को प्राथमिकता दी जाती है।

महिला अंत्योदय परिवार की श्रेणी से होनी चाहिए।

परिवार में कोई भी सदस्य सरकारी नौकरी में नहीं होना चाहिए और आयकर दाता नहीं होना चाहिए।

लाभार्थी महिला के पास बैंक खाता होना आवश्यक है।

भुगतान की स्थिति कैसे जांचें?

यदि किसी महिला को अभी तक योजना की राशि नहीं मिली है, तो वे निम्नलिखित तरीकों से अपनी भुगतान स्थिति की जांच कर सकती हैं:

बैंक पासबुक अपडेट कराएं और देखें कि खाते में पैसा आया है या नहीं।

मोबाइल बैंकिंग/UPI (Google Pay, PhonePe, Paytm) के जरिए बैलेंस चेक करें।

योजना की आधिकारिक वेबसाइट (mmmsy.jharkhand.gov.in) पर आवेदन की स्थिति देखें।

स्थानीय पंचायत या ब्लॉक ऑफिस में संपर्क करें।

कैसे करें आवेदन?

जो महिलाएं अब तक इस योजना से नहीं जुड़ी हैं, वे ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं।

ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया:

योजना की आधिकारिक वेबसाइट mmmsy.jharkhand.gov.in पर जाएं।

आवेदन पत्र भरें और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।

आवेदन जमा करने के बाद पावती (Acknowledgment) डाउनलोड करें।

कुछ समय बाद, आवेदन की स्थिति ऑनलाइन चेक करें।

जरूरी दस्तावेज़:

आधार कार्ड

पहचान पत्र (राशन कार्ड/मतदाता पहचान पत्र)

आय प्रमाण पत्र

बैंक खाता विवरण

बीपीएल कार्ड (यदि लागू हो)

पासपोर्ट साइज फोटो

योजना का लाभ और भविष्य की संभावनाएं

झारखंड सरकार की मंईयां सम्मान योजना राज्य की महिलाओं के लिए एक बड़ी राहत बनकर आई है। इस योजना के तहत मिलने वाली राशि से लाखों महिलाएं अपनी बुनियादी जरूरतें पूरी कर पा रही हैं।

सरकार इस योजना को और व्यापक बनाने की योजना पर भी काम कर रही है, ताकि ज्यादा से ज्यादा महिलाएं इसका लाभ उठा सकें। यह योजना न केवल महिलाओं की आर्थिक स्थिति सुधारने में मददगार साबित हो रही है, बल्कि महिला सशक्तिकरण और गरीबी उन्मूलन की दिशा में भी एक मजबूत कदम है।

निष्कर्ष

हेमंत सोरेन सरकार ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर झारखंड की महिलाओं को एक शानदार उपहार दिया है। ‘मंईयां सम्मान योजना’ की राशि के रूप में तीन महीने की संयुक्त किस्त (₹7500) सभी लाभार्थी महिलाओं के खातों में भेजी जा रही है।

यदि किसी लाभार्थी महिला को यह राशि नहीं मिली है, तो वे अपने बैंक खाते की जांच करें और योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन की स्थिति की जांच करें। यह योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सरकार की बड़ी पहल है।

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