झारखंड के हजारीबाग जिले के इचाक के सिरसी गांव में गुरुवार की सुबह अचानक सीबीआई की टीम ने छापा मारा, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। यह छापेमारी राजू उर्फ वजीर कुशवाहा के घर पर की गई, जो साइबर अपराध और संदिग्ध वित्तीय लेनदेन से जुड़े मामलों की जांच के सिलसिले में हुई।

सुबह-सुबह छापेमारी और जांच का सिलसिला

सुबह करीब छह बजे सीबीआई की टीम स्थानीय इचाक पुलिस के साथ सिरसी गांव पहुंची। टीम ने वजीर कुशवाहा और उनके परिवार से पूछताछ शुरू की। यह कार्रवाई दोपहर करीब डेढ़ बजे तक चली। इस दौरान, सीबीआई ने वजीर के बेटे राहुल कुशवाहा और उसके पड़ोसी युवक के बैंक और आधार से संबंधित दस्तावेज जब्त किए। अधिकारियों ने वजीर कुशवाहा को लिखित में दिया कि जांच के दौरान बुलाने पर उन्हें उपस्थित होना होगा।

राहुल कुशवाहा और संदिग्ध लेनदेन की कड़ी

सूत्रों के अनुसार, सीबीआई को राहुल कुशवाहा और उसके पड़ोसी युवक के बैंक खातों से जुड़े करोड़ों रुपये के लेनदेन की जानकारी मिली थी। यह छापेमारी इसी संदर्भ में की गई। राहुल फिलहाल रांची में रहकर पॉलिटेक्निक की पढ़ाई कर रहा है और छापेमारी के समय वह घर पर मौजूद नहीं था।

पड़ोसी युवक पर भी शक

सीबीआई ने न केवल वजीर कुशवाहा के परिवार, बल्कि उनके पड़ोसी युवक के भी आधार, पैन और बैंक से जुड़े दस्तावेज जब्त किए। बताया जा रहा है कि दोनों ही युवकों की आईडी का इस्तेमाल कर भारी मात्रा में वित्तीय लेनदेन किया गया। जांच एजेंसी इस बात का पता लगाने में जुटी है कि इन लेनदेन का असली मकसद क्या था और इसमें कौन-कौन लोग शामिल हैं।

इलाके में छापेमारी से दहशत

सीबीआई की इस कार्रवाई ने इलाके में सनसनी फैला दी है। ग्रामीणों का कहना है कि पहले कभी इस तरह की जांच यहां नहीं हुई थी। स्थानीय लोगों के बीच इस बात की चर्चा तेज है कि इतने बड़े ट्रांजेक्शन के पीछे आखिर किसका हाथ हो सकता है।

सीबीआई की जांच जारी

हालांकि, सीबीआई अधिकारियों ने अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। किसी की गिरफ्तारी की भी खबर नहीं है। लेकिन छापेमारी के बाद एजेंसी के हाथ कई अहम सुराग लगे हैं। अधिकारियों का मानना है कि इस मामले में बड़े पैमाने पर साइबर अपराध से जुड़े कई खुलासे हो सकते हैं।

निष्कर्ष

सीबीआई की यह कार्रवाई झारखंड में साइबर अपराध और वित्तीय धोखाधड़ी के मामलों की गहराई को उजागर करती है। राहुल कुशवाहा और उसके पड़ोसी युवक से जुड़े संदिग्ध लेनदेन के तार कहां तक जुड़े हैं, यह जांच के बाद ही स्पष्ट होगा। फिलहाल, सीबीआई इस मामले में हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है।

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