रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 36996 लाभुकों को नौकरी के अवसर प्रदान करते हुए सोमवार को एक ऐतिहासिक कदम उठाया। एरोड्रम ग्राउंड, बलियापुर में आयोजित झारखंड कौशल सम्मेलन एवं जॉब ऑफर लेटर सह रोजगार प्रोत्साहन और परिवहन भत्ता वितरण समारोह के माध्यम से युवाओं के लिए रोजगार के नए द्वार खोले गए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य के 36,996 लाभुकों को जॉब ऑफर लेटर सौंपे, जिसमें 22,399 महिलाएं, 14,593 पुरुष और 4 ट्रांसजेंडर शामिल थे।

मुख्यमंत्री ने इस ऐतिहासिक मौके पर कहा, “आज का दिन झारखंड के नौजवानों के लिए बेहद खास है। देश-विदेश से आई विभिन्न कंपनियों के माध्यम से आज हमारे प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। अब आपके पास खुला आसमान है और आप अपने सपनों को साकार कर सकते हैं।” उन्होंने युवाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राज्य सरकार उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करती है।

रोजगार सृजन के लिए विशेष योजनाएं

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जोर देते हुए कहा कि झारखंड की सरकार रोजगार सृजन के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने और वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए व्यापक कदम उठाए हैं। इसके माध्यम से युवाओं को ऋण देकर उन्हें कृषि, व्यापार, और अन्य क्षेत्रों में रोजगार के अवसर दिए जा रहे हैं। साथ ही, सरकार ने खेती-बाड़ी की नई और आधुनिक तकनीकों को भी बढ़ावा दिया है ताकि पढ़े-लिखे युवा भी कृषि के क्षेत्र में संभावनाएं तलाश सकें।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर घोषणा की कि आने वाले समय में राज्य में श्रम आवासीय स्कूल भी खोले जाएंगे, जो गरीब और मजदूर वर्ग के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है, ताकि राज्य के सभी वर्गों को समान रूप से लाभ मिल सके।

सरकारी और निजी क्षेत्रों में रोजगार के अवसर

हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड सरकार की प्राथमिकता है कि राज्य के युवाओं को सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में रोजगार के अधिकतम अवसर प्रदान किए जाएं। उन्होंने बताया कि राज्य के कई युवा पहले 20 से 25 हजार रुपये की सैलरी पर काम कर रहे थे, और आज वही युवा देश-विदेश की प्रतिष्ठित कंपनियों में लाखों रुपये की सैलरी पर विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत हैं।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सरकार ने राज्य के सभी जिलों में उत्कृष्ट विद्यालय खोले हैं, ताकि गरीब, मजदूर और किसान वर्ग के बच्चों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो सके। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि झारखंड के नौजवानों को सक्षम और आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है।

योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास

इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 129.30 करोड़ रुपये की लागत से 133 योजनाओं का शिलान्यास और 48.81 करोड़ रुपये की लागत से 84 योजनाओं का उद्घाटन भी किया। इन योजनाओं में धनबाद नगर निगम, ग्रामीण कार्य विभाग, पेयजल एवं स्वच्छता, झारखंड शिक्षा परियोजना, कल्याण विभाग, भवन प्रमंडल, और पथ निर्माण विभाग की महत्वपूर्ण योजनाएं शामिल हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य राज्य के बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करना और लोगों को बेहतर सेवाएं प्रदान करना है।

धनबाद नगर निगम की 44 करोड़ से अधिक की 83 योजनाओं और ग्रामीण कार्य विभाग की 52.73 करोड़ रुपये की 20 योजनाओं का शिलान्यास किया गया। इसके साथ ही, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की 3.85 करोड़ रुपये की 10 योजनाओं, झारखंड शिक्षा परियोजना की 9.93 करोड़ रुपये की 8 योजनाओं, और कल्याण विभाग की 1.29 करोड़ रुपये की 7 योजनाओं का भी उद्घाटन किया गया।

झारखंड का उज्ज्वल भविष्य

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस अवसर पर अपने भाषण में राज्य के युवाओं को आत्मनिर्भर बनने और अपने कौशल को निखारने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने झारखंड के हर क्षेत्र में विकास और रोजगार सृजन के लिए व्यापक योजनाएं शुरू की हैं। उनकी सरकार युवाओं को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि वे अपने सपनों को पूरा कर सकें और राज्य के विकास में अपना योगदान दे सकें।

मुख्यमंत्री ने युवाओं से अपील की कि वे इस अवसर का भरपूर लाभ उठाएं और अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए पूरी मेहनत और लगन से काम करें। उन्होंने कहा, “यह आपके जीवन का ऐतिहासिक क्षण है। अब आपको खुद को सिद्ध करने का मौका मिला है। आप सभी को मेरी ओर से बहुत-बहुत शुभकामनाएं और जोहार।”

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