देवघर जिले के रिखिया थाना क्षेत्र के नया चितकाठ पंचायत में दशकों से चल रहे अवैध शराब कारोबार ने गांव के सामाजिक ताने-बाने को बर्बाद कर दिया है। चंदू महतो नामक व्यक्ति द्वारा महुआ में जहरीले पदार्थ मिलाकर शराब बेचे जाने से गांव के लोग, खासकर युवा और विद्यार्थी, गंभीर रूप से प्रभावित हो रहे हैं।

शराब कारोबार से गांव के लोग परेशान

गांव के बीचों-बीच अवैध शराब का यह धंधा हर शाम सक्रिय हो जाता है। देर रात तक शराबियों की हुड़दंग, गाली-गलौज और शोरगुल से विद्यार्थी पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। आस-पास के परिवारों की महिलाएं और बच्चे असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। शराबियों के कारण माहौल इतना खराब हो गया है कि लोग रात में चैन से सो भी नहीं पा रहे हैं।

जहरीली शराब से बर्बाद हो रहे लोग

ग्रामीणों का कहना है कि चंदू महतो हर दिन 100 लीटर से अधिक शराब बेचता है, जिसमें पानी और जहरीले पदार्थ मिलाए जाते हैं। इस जहरीली शराब के सेवन से गांव के युवा और बुजुर्ग नशे की चपेट में आकर अपना स्वास्थ्य और भविष्य बर्बाद कर रहे हैं।

शराब कारोबार में परिवार का भी सहयोग

ग्रामीणों के मुताबिक, चंदू महतो का यह अवैध धंधा उसके परिवार के अन्य सदस्यों के सहयोग से चल रहा है। उसके भाई लुढ़ा महतो, भतीजे जोगेंद्र यादव, छोटू यादव, किशन यादव और उमेश महतो शराब की सप्लाई में मदद करते हैं। ये लोग ग्रामीणों द्वारा विरोध करने पर लाठी-डंडे लेकर मारपीट और गाली-गलौज पर उतर आते हैं। चंदू महतो इन सभी को पैसे और शराब देकर अपना समर्थन सुनिश्चित करता है।

ग्रामीणों की पुलिस प्रशासन से गुहार

ग्रामीणों ने रिखिया थाना प्रभारी से अपील की है कि वे इस अवैध शराब कारोबार को बंद कराने और इसमें संलिप्त सभी लोगों को गिरफ्तार कर कड़ी सजा दिलाने के लिए तत्काल कदम उठाएं। ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, तो गांव की युवा पीढ़ी और समाज का भविष्य पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगा।

सामाजिक सुधार की आवश्यकता

इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि समाज में अवैध शराब कारोबार और इससे जुड़ी समस्याओं से निपटने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। प्रशासन के साथ-साथ समाज के हर व्यक्ति को भी इस कुरीति के खिलाफ खड़ा होना होगा, ताकि आने वाली पीढ़ियों को एक बेहतर और सुरक्षित भविष्य मिल सके।

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