दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना से पहले सियासी हलचल तेज हो गई है। राजधानी की 70 सीटों पर मतदान पूरा हो चुका है, और अब सभी की निगाहें 8 फरवरी को आने वाले नतीजों पर टिकी हैं। आम आदमी पार्टी (आप) सत्ता बचाने के लिए जोर लगा रही है, तो भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) 27 साल बाद वापसी के लिए कमर कस चुकी है। वहीं, कांग्रेस इस बार मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने का दावा कर रही है। लेकिन, सवाल यही है—क्या एग्जिट पोल्स इस बार भी हकीकत के करीब होंगे, या फिर 2015 की तरह एक बड़ा उलटफेर देखने को मिलेगा?

तीनों पार्टियों के लिए परीक्षा की घड़ी

दिल्ली के राजनीतिक परिदृश्य में आप का जलवा 2013 के बाद से लगातार बरकरार है। 2015 में पार्टी ने 67 सीटें जीतकर इतिहास रच दिया था, जबकि 2020 में भी 62 सीटों के साथ शानदार वापसी की थी। मगर इस बार मुकाबला कहीं ज्यादा दिलचस्प हो गया है। बीजेपी की आक्रामक रणनीति और कांग्रेस के पुनरुद्धार के बीच केजरीवाल सरकार को कड़ी चुनौती मिल रही है।

बीजेपी की ओर से दावा किया जा रहा है कि जनता अब बदलाव चाहती है, जबकि आम आदमी पार्टी को भरोसा है कि उसके कार्यों पर जनता फिर से मुहर लगाएगी। कांग्रेस ने भी इस बार के चुनाव में नई ऊर्जा के साथ उतरकर माहौल को दिलचस्प बना दिया है।

क्या एग्जिट पोल्स सही साबित होंगे?

एग्जिट पोल्स पर हमेशा से सवाल उठते रहे हैं। 2015 में यह पूरी तरह गलत साबित हुए थे, जब आम आदमी पार्टी ने अप्रत्याशित बहुमत हासिल किया था। 2020 में हालांकि एग्जिट पोल्स नतीजों के करीब थे, लेकिन फिर भी कई अनुमानों में आप को कम आंकने की बात सामने आई थी। इस बार भी सत्ताधारी पार्टी के नेता कह रहे हैं कि एग्जिट पोल्स में उनकी सीटों को कम आंका गया है, जबकि विपक्षी दल इसे जनता के मूड का संकेत मान रहे हैं।

दिल्ली की जनता किसके साथ?

दिल्ली के मतदाताओं का मिजाज हमेशा चौंकाने वाला रहा है। मुफ्त बिजली-पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य पर आप सरकार की योजनाओं का असर कितना पड़ा है, यह नतीजों में साफ होगा। दूसरी ओर, बीजेपी की राष्ट्रवादी राजनीति और बड़े नेताओं का प्रचार कितना कारगर रहा, इसका फैसला भी 8 फरवरी को होगा।

क्या दिल्ली में सत्ता परिवर्तन होगा, या फिर केजरीवाल की सरकार तीसरी बार इतिहास रचेगी? क्या कांग्रेस का पुनरुद्धार होगा, या फिर मुकाबला सीधा आप और बीजेपी के बीच ही रहेगा? इन सभी सवालों के जवाब के लिए इंतजार कीजिए 8 फरवरी का, जब असली नतीजे सामने आएंगे!

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version