छठ गीतों से प्रसिद्ध लोकगायिका शारदा सिन्हा की तबीयत इन दिनों काफी नाजुक बनी हुई है। सोमवार की देर शाम उनका ऑक्सीजन स्तर कम हो गया था, जिसके बाद उन्हें दिल्ली के एम्स (AIIMS) अस्पताल में भर्ती कर वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है। शारदा सिन्हा, जिन्हें छठ पर्व के गीतों में उनके अद्वितीय योगदान के लिए जाना जाता है, अपने स्वास्थ्य को लेकर कड़ी जंग लड़ रही हैं। उनके बेटे अंशुमन सिन्हा ने बताया कि सुबह तक उनकी हालत में कोई विशेष सुधार नहीं देखा गया है और डॉक्टर पूरी कोशिश कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने लिया हालचाल

शारदा सिन्हा की गंभीर हालत के बारे में सुनकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंशुमन सिन्हा से फोन पर बातचीत कर उनकी मां की हालत के बारे में जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने उपचार में हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

सोशल मीडिया पर दुआओं का दौर

शारदा सिन्हा के फैंस और उनके चाहने वाले सोशल मीडिया पर उनके जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं। फैंस उनकी प्रसिद्ध छठ गीतों के बिना इस पर्व की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। शारदा सिन्हा के गाए हुए छठ गीत हर साल इस महापर्व पर बजाए जाते हैं, और उनकी आवाज छठ पर्व का अभिन्न हिस्सा मानी जाती है।

बेटे ने नया छठ गीत किया रिलीज

शारदा सिन्हा ने अपनी खराब तबीयत से पहले एक नया छठ गीत “दुखवा मिटाईं छठी मईया” रिकॉर्ड किया था। हालाँकि वीडियो शूट नहीं हो पाया था, उनके बेटे अंशुमन सिन्हा ने पुरानी स्मृतियों और छठ पर्व की सुंदर छटा का समावेश कर इस गीत का वीडियो तैयार किया और सोशल मीडिया पर इसे पोस्ट किया।

उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि इस वीडियो का निर्माण उन्होंने एम्स अस्पताल परिसर में अपने लैपटॉप और मोबाइल डेटा की मदद से किया। अंशुमन ने अपनी मां की पुरानी यादों को छठ महापर्व के साथ जोड़ते हुए इस वीडियो का निर्माण किया और इसे उन सभी के लिए पोस्ट किया जो शारदा सिन्हा के गीतों को प्यार करते हैं।

छठ पर्व का महत्त्व और शारदा सिन्हा का योगदान

छठ पर्व बिहार, झारखंड, और उत्तर प्रदेश सहित देश के कई हिस्सों में बड़े हर्षोल्लास से मनाया जाता है। शारदा सिन्हा की आवाज में छठ गीत इस पर्व के माहौल को और भी खूबसूरत बना देते हैं। उनकी आवाज में गीत “केलवा के पात पर” और “हो दिनानाथ” जैसे गीत लोगों के दिलों में बस चुके हैं। उनके बिना यह महापर्व अधूरा लगता है, और ऐसे में उनकी नाजुक हालत को सुनकर उनके प्रशंसक चिंतित हैं।

शारदा सिन्हा की इस समय की नाजुक हालत में पूरा देश उनके जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहा है। उनकी आवाज और उनके गीतों ने लोक संगीत को एक नई पहचान दी है। सभी की उम्मीद है कि वह जल्द ही स्वस्थ होकर अपने चाहने वालों के बीच लौटेंगी और एक बार फिर छठ के गीतों से इस पर्व की महिमा को और बढ़ाएंगी।

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