बिहार के जहानाबाद जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक 60 वर्षीय व्यक्ति ने 8 साल की मासूम बच्ची के साथ यौन उत्पीड़न किया। इस जघन्य अपराध ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। बच्ची की मां की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) और पॉक्सो एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

घटना का विवरण

घटना शनिवार को जहानाबाद जिले के टेहटा थाना क्षेत्र के सुपी गांव की है। मासूम बच्ची अपने घर के बाहर खेल रही थी, तभी आरोपी व्यक्ति ने उसे बहलाने-फुसलाने की कोशिश की। बच्ची को किसी अनहोनी का अंदेशा नहीं हुआ, और वह उसके साथ चली गई। आरोपी ने बच्ची को एक सुनसान जगह पर ले जाकर उसे अपनी हवस का शिकार बनाया। इस शर्मनाक कृत्य के बाद आरोपी ने बच्ची को धमकी दी कि अगर उसने इस घटना के बारे में किसी को बताया, तो वह उसे जान से मार देगा।

पीड़िता की मां का साहस और पुलिस की त्वरित कार्रवाई

इस घृणित घटना के बाद बच्ची भयभीत और सदमे में थी। लेकिन उसने हिम्मत जुटाकर अपनी मां को पूरी घटना के बारे में बताया। मां ने तुरंत ही पुलिस से संपर्क किया और आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया और त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बच्ची का मेडिकल परीक्षण कराया है, और मामले की विस्तृत जांच जारी है।

समाज के लिए एक चेतावनी

यह घटना एक बार फिर से यह साबित करती है कि हमारे समाज में मासूम बच्चों की सुरक्षा को लेकर अभी भी गंभीर चुनौतियाँ हैं। ऐसी घटनाएं केवल पीड़िता और उसके परिवार के लिए नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी हैं। बच्चों की सुरक्षा को लेकर समाज और प्रशासन को और अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।

बिहार में बढ़ते अपराध और पुलिस की जवाबदेही

बिहार में इस तरह की घटनाएं पहले भी सामने आती रही हैं। अगस्त महीने में मुंगेर जिले में एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार की घटना ने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया था। वहां भी आरोपी ने लड़की को शौच के दौरान अकेला पाकर उसे अपनी हवस का शिकार बनाया। इस तरह की घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि समाज में व्याप्त बुराइयों को जड़ से खत्म करने के लिए पुलिस और न्यायपालिका को कड़े कदम उठाने होंगे।

पीड़िता को न्याय दिलाने की जरूरत

इस तरह के मामलों में पीड़िता और उसके परिवार को जल्द से जल्द न्याय दिलाना बेहद जरूरी है। इसके लिए पुलिस और न्यायपालिका को त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए। ऐसे अपराधियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई और मासूम इस तरह की दरिंदगी का शिकार न बने।

समाज की भूमिका

समाज के हर व्यक्ति की यह जिम्मेदारी है कि वह अपने आस-पास के बच्चों की सुरक्षा के प्रति जागरूक रहे। अगर कहीं भी किसी बच्चे के साथ इस तरह का दुर्व्यवहार होता है, तो उसे छुपाने की बजाय तुरंत पुलिस को सूचित करना चाहिए। बच्चों को भी यह सिखाने की जरूरत है कि वे किसी अनजान व्यक्ति के साथ न जाएं और अगर कोई व्यक्ति उन्हें तंग करता है, तो वे तुरंत अपने माता-पिता या शिक्षक को बताएं।

निष्कर्ष

बिहार के जहानाबाद में घटी यह घटना समाज के लिए एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। क्या हम अपने बच्चों को सुरक्षित वातावरण दे पा रहे हैं? इस तरह की घटनाओं का बार-बार सामने आना यह दर्शाता है कि हमें बच्चों की सुरक्षा के लिए और कड़े कदम उठाने की जरूरत है। पुलिस और प्रशासन को भी इस तरह के मामलों में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करनी होगी ताकि अपराधियों में कानून का खौफ बना रहे और हमारे बच्चे सुरक्षित रह सकें।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version