झारखंड विधानसभा चुनाव के बीच राजनीतिक माहौल गरमा गया है। हाल ही में कांग्रेस विधायक और मंत्री इरफान अंसारी ने भाजपा और विधायक सीता सोरेन के खिलाफ 100 करोड़ की मानहानि का दावा ठोकने की बात कही है। इरफान अंसारी ने एक बयान जारी कर दावा किया है कि उनका वीडियो काट-छांट कर गलत तरीके से पेश किया गया है, जिससे उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास हो रहा है।
विवाद का कारण और इरफान अंसारी का पक्ष
इरफान अंसारी ने कहा कि सोशल मीडिया पर उनकी वीडियो क्लिप को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया, जिसमें उनका असली बयान छिपाने का प्रयास किया गया। अंसारी ने स्पष्ट किया कि उनके द्वारा जारी मूल वीडियो में सीता सोरेन का नाम तक नहीं लिया गया था। लेकिन, भाजपा ने इसे राजनीतिक लाभ के लिए काट-छांट कर जनता के सामने पेश किया। इरफान अंसारी का कहना है कि यह प्रयास सियासी खेल का हिस्सा है, जिसका मकसद जनता को भ्रमित करना है।
अंसारी ने आरोप लगाया कि भाजपा, इस तरह के हथकंडे अपना कर जामताड़ा क्षेत्र के लोगों को भ्रमित करना चाहती है। उन्होंने सीता सोरेन पर आरोप लगाया कि वह भी इस तरह की राजनीति में शामिल हैं और इस छवि धूमिल करने के षड्यंत्र का हिस्सा हैं।
100 करोड़ की मानहानि का दावा और चुनाव आयोग से शिकायत
इरफान अंसारी ने भाजपा और सीता सोरेन के खिलाफ 100 करोड़ की मानहानि का दावा करने का ऐलान किया है। उनका कहना है कि यह मुद्दा केवल उनकी प्रतिष्ठा से जुड़ा नहीं है, बल्कि इसके माध्यम से झारखंड की जनता को भी भ्रमित किया जा रहा है। इसके अलावा, उन्होंने चुनाव आयोग में भी शिकायत दर्ज कराने का निर्णय लिया है ताकि चुनाव प्रक्रिया के दौरान ऐसे मनगढ़ंत वीडियो प्रसारित करने पर रोक लगाई जा सके।
भाजपा का जवाब और नेताओं की प्रतिक्रिया
भाजपा ने इस मामले में इरफान अंसारी के बयानों को लेकर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इरफान अंसारी के बयान झारखंड की बेटियों और महिलाओं का अपमान है। चौहान ने इसे शर्मनाक करार दिया और कहा कि भाजपा महिलाओं को हमेशा सम्मान देती है, जबकि कांग्रेस नेताओं की यह बयानबाजी उनकी ओछी मानसिकता को दर्शाती है।
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि सीता सोरेन एक आदिवासी महिला नेता हैं और उनके प्रति इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल झारखंड की आदिवासी संस्कृति और महिला सम्मान पर हमला है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इरफान अंसारी का यह बयान उनकी बौखलाहट को दर्शाता है। उनका मानना है कि चुनाव हारने के डर से अंसारी अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं।
इरफान अंसारी की प्रतिक्रिया और जनता के समर्थन का दावा
इरफान अंसारी ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस तरह के झूठे वीडियो और गलत तथ्यों का सहारा लेकर भाजपा उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने दावा किया कि जामताड़ा क्षेत्र की जनता उनके साथ है और भाजपा के ऐसे षड्यंत्रों से प्रभावित नहीं होगी। अंसारी का कहना है कि जनता जानती है कि वे सच्चाई के साथ खड़े हैं, और इस तरह के राजनीतिक खेल झारखंड की जनता पर कोई प्रभाव नहीं डाल पाएंगे।
झारखंड की राजनीति में नैतिकता का सवाल
इस प्रकरण ने झारखंड की राजनीति में नैतिकता का मुद्दा खड़ा कर दिया है। जहां भाजपा ने सीता सोरेन के सम्मान और महिला सशक्तिकरण का पक्ष लिया है, वहीं कांग्रेस ने भाजपा पर झूठे वीडियो के माध्यम से छवि धूमिल करने का आरोप लगाया है। इस पूरे विवाद ने राज्य की राजनीतिक स्थिति को और तनावपूर्ण बना दिया है, और यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि चुनाव आयोग इस मामले पर क्या कदम उठाता है।
निष्कर्ष
सीता सोरेन प्रकरण में कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी का यह दावा कि उनका वीडियो काट-छांट कर गलत तरीके से पेश किया गया, झारखंड चुनाव 2024 के लिए एक बड़ा मुद्दा बन चुका है। यह प्रकरण न केवल कांग्रेस और भाजपा के बीच गहरी राजनीतिक खाई को उजागर करता है, बल्कि झारखंड की जनता के सामने एक महत्वपूर्ण सवाल भी खड़ा करता है: क्या झूठे प्रचार और राजनीतिक हथकंडों के सहारे चुनाव जीतने की कोशिशें लोकतंत्र का अपमान नहीं हैं?