रांची: रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने एक बार फिर शराब तस्करों के खिलाफ अपनी कड़ी कार्रवाई का प्रमाण देते हुए नामकुम रेलवे स्टेशन से दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। ये कार्रवाई बुधवार, 11 सितंबर को की गई, जिसमें तस्करी के उद्देश्य से ले जाई जा रही 24 शराब की बोतलें बरामद की गईं। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों के नाम आशुतोष कुमार और मन्नू कुमार हैं, जो बिहार के सहरसा जिले के निवासी बताए जा रहे हैं।
शराब तस्करों के खिलाफ लगातार अभियान
ASI रवि शेखर ने बताया कि मंडल सुरक्षा आयुक्त पवन कुमार के निर्देशानुसार रेलवे सुरक्षा बल ने शराब तस्करी के खिलाफ एक बड़ा अभियान छेड़ा है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य रेलवे की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ अवैध गतिविधियों को नियंत्रित करना है। रेलवे सुरक्षा बल की टीम तस्करी के ऐसे मामलों पर कड़ी नजर रखे हुए है और नियमित रूप से चेकिंग अभियान चला रही है।
हटिया-इस्लामपुर एक्सप्रेस पर की गई चेकिंग
11 सितंबर को, हटिया से इस्लामपुर जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन के नामकुम रेलवे स्टेशन पर पहुंचने के बाद रेलवे सुरक्षा बल की फ्लाइंग टीम और पोस्ट रांची के स्टाफ ने आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त अशोक कुमार सिंह के नेतृत्व में चेकिंग की। चेकिंग के दौरान, दो संदिग्ध व्यक्तियों को दो बड़े ट्रॉली बैग के साथ ट्रेन में चढ़ते देखा गया। संदेह के आधार पर जब उनके बैग की तलाशी ली गई तो 24 शराब की बोतलें बरामद की गईं।
शराब तस्करी का मामला
पूछताछ के दौरान दोनों आरोपितों ने बताया कि वे इन शराब की बोतलों को नामकुम से खरीदकर बिहार ले जाने की योजना बना रहे थे, जहां उन्हें ऊंचे दामों पर बेचा जाना था। बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद से राज्य में शराब की तस्करी बढ़ गई है, और तस्कर इसे ऊंची कीमतों पर बेचने का प्रयास कर रहे हैं। आरपीएफ की सतर्कता और तत्परता के कारण ये तस्कर अपने मंसूबों में सफल नहीं हो सके।
जब्त शराब की कीमत और आगे की कार्रवाई
जब्त की गई शराब की कुल कीमत 29 हजार रुपये बताई जा रही है। इस पूरे मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपियों और बरामद शराब को उत्पाद विभाग के हवाले कर दिया गया है ताकि उनके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जा सके। आरपीएफ की इस कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि रेलवे सुरक्षा बल अवैध गतिविधियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए है और भविष्य में भी ऐसी तस्करी की घटनाओं को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है।
आरपीएफ की महत्वपूर्ण भूमिका
रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने न केवल रेलवे संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करने में, बल्कि अवैध गतिविधियों जैसे शराब तस्करी, मादक पदार्थों की तस्करी, चोरी और अन्य अपराधों को रोकने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस तरह की घटनाओं में आरपीएफ की तेजी और सख्त कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि यात्रियों की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था बनाए रखना उनकी पहली प्राथमिकता है।
निष्कर्ष
नामकुम स्टेशन पर हुई इस घटना ने फिर से साबित कर दिया है कि रेलवे सुरक्षा बल किसी भी संदिग्ध गतिविधि के खिलाफ सतर्क और तैयार है। आरपीएफ की इस कार्रवाई से न केवल शराब तस्करों के मंसूबे ध्वस्त हुए हैं, बल्कि भविष्य में इस तरह की तस्करी की घटनाओं पर लगाम कसने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है।