प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को प्रयागराज के पवित्र संगम में स्नान किया, जहां उन्होंने परंपरागत भगवा वस्त्र धारण किए थे और गले व हाथ में रुद्राक्ष की मालाएं पहनी हुई थीं। मंत्रोच्चार के बीच उन्होंने एकांत में संगम स्नान किया और उसके बाद सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। इस दौरान उन्होंने लगभग पाँच मिनट तक मंत्रों का जाप कर सूर्य पूजा संपन्न की। इसके बाद उन्होंने गंगा पूजन करते हुए मां गंगा को दूध अर्पित किया और श्रद्धा स्वरूप साड़ी चढ़ाई।
सीमित कार्यक्रम, सुरक्षा के कड़े इंतजाम
प्रधानमंत्री मोदी के इस आध्यात्मिक अनुष्ठान के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ रहे। हालांकि, यह यात्रा पूरी तरह से सीमित रही और किसी भी बड़े सार्वजनिक आयोजन का हिस्सा नहीं थी। मोदी लगभग दो घंटे प्रयागराज में रहे और उन्होंने किसी अन्य नेता से मुलाकात नहीं की। यहां तक कि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी सिर्फ बमरौली एयरपोर्ट तक ही सीमित रहे।
प्रधानमंत्री का विमान सुबह करीब 10:30 बजे दिल्ली से बमरौली एयरपोर्ट पहुंचा, जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। इसके बाद हेलिकॉप्टर के माध्यम से वे डीपीएस हेलीपैड पहुंचे, जहां से उनका काफिला अरैल के वीआईपी घाट की ओर बढ़ा। वहां से योगी आदित्यनाथ के साथ बोट द्वारा संगम तक गए और धार्मिक अनुष्ठान संपन्न किए।
कुंभ क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था सख्त
प्रधानमंत्री के दौरे को ध्यान में रखते हुए कुंभ क्षेत्र की सुरक्षा को अत्यधिक कड़ा कर दिया गया था। संगम क्षेत्र में पैरामिलिट्री बलों की भी तैनाती की गई थी ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके। यह पिछले 54 दिनों में पीएम मोदी की कुंभ क्षेत्र में दूसरी यात्रा थी। इससे पहले 13 दिसंबर को उन्होंने प्रयागराज का दौरा किया था।
प्रधानमंत्री के इस दौरे ने धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व को और भी गहरा किया, साथ ही कुंभ के आयोजन में सुचारू व्यवस्था बनाए रखने की उनकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाया।