स्पा सेंटर के नाम पर चल रहा था सेक्स रैकेट, आरोपी खुलेआम घूम रहे…
कहां है मनीष बरनवाल और संतन कुमार गुप्ता ? यह सवाल रांची के सुखदेव नगर थाना क्षेत्र में हो रहे हालिया घटनाक्रम के केंद्र में है। मनीष बरनवाल और संतन कुमार गुप्ता,जिन पर स्पा सेंटर की आड़ में अवैध गतिविधियों और सेक्स रैकेट चलाने का गंभीर आरोप है, अभी तक प्रशासन की गिरफ्त से बाहर हैं। सवाल यह उठ रहा है कि क्या प्रशासन ने इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई की है या फिर मनीष और एफआईआर करने वाले के बीच कोई बड़ी डील चल रही है? वही सूत्रो के हवाले यह ख़बर आ रही है की मनीष और एफआईआर कर्ता के बीच कुल 20 lakh rupay की लेन देन चल रही है।
स्पा सेंटर पर छापा और मनीष के खिलाफ आरोप
हाल ही में रांची के एक स्पा सेंटर पर छापा मारा गया, जहां सेक्स रैकेट चलाने की खबर मिली थी। इस छापे के दौरान कई संदिग्ध गिरफ्तार हुए, जिनमें मनीष बरनवाल और संतन कुमार गुप्ता का नाम भी सामने आया। स्पा में काम कर रही एक युवती ने मनीष पर गंभीर आरोप लगाए, जिसके बाद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। लेकिन, हैरानी की बात यह है कि मनीष अब तक खुलेआम घूम रहे हैं और प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
किन-किन के नाम है एफआईआर में ?
मनीष बरनवाल और संतन कुमार गुप्ता दोनों मिलकर ये धंधा चल रहे थे और इन दोनों के नाम पर ही थाने में एफआईआर दर्ज है।
प्रशासनिक कार्रवाई में देरी और डील की बातचीत
सूत्रों की मानें तो मनीष बरनवाल एवम संतन कुमार गुप्ता और एफआईआर करने वाले के बीच कल देर रात एक डील हुई है ख़बर यह है की कांके रोड स्थित एक रेस्टोरेंट में मनीष और एफआईआर करने वाले के बीच एक डील हुई है। जिसमे मनीष और एफआईआर कर्ता के बीच 20 lakh rupay की लेन देन की बात की गई है ताकि एफआईआर कर्ता के द्वारा केस वापस ले लिया जाए और इस केस को जड़ से ख़त्म कर दीया जा सके।
क्या करते है मनीष बर्नवाल
सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिली है कि सिर्फ सपा का धंधा ही नहीं बल्कि कई अन्य अवेध गतिविधियों मे संलिप्त है बरनवाल। ख़बर है की ड्रग माफियाओं के साथ भी जुड़ा हुआ है, जो रांची और आसपास के क्षेत्रों में मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल हैं। इन सबके बावजूद, प्रशासन की निष्क्रियता कई सवाल खड़े कर रही है।
सवाल उठते हैं प्रशासन पर
- प्रशासन ने अब तक क्यों नहीं की कार्रवाई?
यह सबसे बड़ा सवाल है। मनीष बरनवाल पर इतने गंभीर आरोप होने के बावजूद, उन्हें अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया? - एफआईआर खत्म करने की कोशिश या केस दबाने का प्रयास?
क्या मनीष और एफआईआरकर्ता के बीच किसी डील के जरिए इस मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है? या प्रशासन किसी बड़े दबाव में है?
निष्कर्ष
मनीष बरनवाल और संतन कुमार गुप्ता से जुड़ा यह मामला न सिर्फ रांची बल्कि पूरे राज्य में चर्चा का विषय बन गया है। जनता के बीच प्रशासन की निष्क्रियता को लेकर आक्रोश बढ़ता जा रहा है। अगर प्रशासन जल्द कोई ठोस कार्रवाई नहीं करता, तो यह मामला और भी गंभीर रूप ले सकता है।
The Mediawala express प्रशासन से पूछता है सवाल की अब तक एफआईआर होने के बाद ये धंधा करने वाला मनीष बर्नवाल और संतन कुमार गुप्ता सड़क पर खुले आम क्यों घूम रहा है। प्रशासन की मिली भगत भी इसमें देखी जा रही है।