झारखंड विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा ने अपनी आखिरी सूची जारी कर दी है, जिसमें सबसे प्रमुख नाम बरहेट सीट से गमालियल हेंब्रम का है। उन्हें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ मैदान में उतारा गया है। इसके अलावा, टुंडी सीट से विकास महतो को उम्मीदवार घोषित किया गया है।
गमालियल हेंब्रम: एक शिक्षक से राजनेता बनने तक का सफर
गमालियल हेंब्रम का राजनीतिक सफर दिलचस्प है। करीब 5 साल पहले वह पारा शिक्षक के रूप में कार्यरत थे और फिर उन्होंने राजनीति में कदम रखा। गमालियल के लिए यह दूसरा मौका है जब वह बरहेट सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। 2019 में उन्होंने आजसू पार्टी के टिकट पर हेमंत सोरेन के खिलाफ चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें महज 2573 वोट मिले थे, जबकि हेमंत सोरेन ने 73,000 से ज्यादा मतों के बड़े अंतर से जीत हासिल की थी। उस चुनाव में भाजपा उम्मीदवार को 48,000 के आसपास वोट मिले थे, जो गमालियल से कहीं अधिक थे।
बरहेट सीट: हेमंत सोरेन के गढ़ में भाजपा की चुनौती
बरहेट विधानसभा सीट हेमंत सोरेन का मजबूत गढ़ मानी जाती है। पिछली बार उन्होंने यहां से भारी जीत दर्ज की थी, और इस बार भी वह इस सीट को अपने पास बनाए रखने की पूरी कोशिश करेंगे। भाजपा ने इस बार गमालियल हेंब्रम को मैदान में उतारकर स्पष्ट संदेश दिया है कि वह इस चुनाव में किसी भी चुनौती से पीछे नहीं हटेगी। हेमंत सोरेन को चुनौती देने के लिए गमालियल को जिताने की पूरी रणनीति बनाई जा रही है।
गमालियल हेंब्रम की रणनीति और भाजपा की उम्मीदें
गमालियल हेंब्रम के पास एक शिक्षक के रूप में जमीनी अनुभव है, और वह जनसमस्याओं को बखूबी समझते हैं। भाजपा का मानना है कि गमालियल का यह अनुभव और उनके सरल स्वभाव से जनता का भरोसा जीता जा सकता है। भाजपा का जोर इस बार विकास और भ्रष्टाचार-मुक्त झारखंड पर है, और पार्टी अपने अभियान में इसे प्रमुख मुद्दा बना रही है।
टुंडी सीट पर विकास महतो: युवा चेहरा, नई उम्मीदें
टुंडी सीट पर भाजपा ने विकास महतो को मैदान में उतारा है। विकास महतो युवा चेहरा हैं और भाजपा को उनसे उम्मीद है कि वह युवाओं का समर्थन हासिल कर सकेंगे। टुंडी एक ग्रामीण क्षेत्र है और वहां के मतदाताओं की प्राथमिकताएं शिक्षा, रोजगार और बुनियादी सुविधाएं हैं। भाजपा का मानना है कि विकास महतो इन मुद्दों पर जनता का समर्थन पाने में सफल होंगे।
निष्कर्ष
भाजपा ने अपनी अंतिम सूची के जरिए झारखंड विधानसभा चुनाव में दमदार उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश की है। हेमंत सोरेन के गढ़ बरहेट में गमालियल हेंब्रम को उम्मीदवार बनाना एक बड़ा दांव है, जबकि टुंडी सीट पर विकास महतो को खड़ा करके पार्टी ने युवाओं का समर्थन पाने की उम्मीद जताई है। अब देखना दिलचस्प होगा कि इन उम्मीदवारों के चुनाव अभियान में कौन से मुद्दे प्रमुखता से उभरते हैं और क्या भाजपा इस चुनाव में अपनी स्थिति को मजबूत कर पाएगी।