मोकामा, 22 जनवरी 2025: मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह पर मंगलवार को नौरंगा जलालपुर गांव में जानलेवा हमला हुआ। सोनू-मोनू गैंग ने उनके काफिले पर करीब 60-70 राउंड फायरिंग की। हालांकि, इस हमले में अनंत सिंह सुरक्षित बच गए।

हमले के वक्त अनंत सिंह गांव में स्थानीय लोगों को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान कुख्यात सोनू-मोनू गैंग ने अचानक हमला कर दिया। गैंग के सदस्यों और अनंत सिंह के सुरक्षा कर्मियों के बीच जमकर गोलीबारी हुई। घटना के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया, और पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।

अनंत सिंह: ‘छोटे सरकार’ का विवादित लेकिन प्रभावशाली राजनीतिक सफर

अनंत सिंह, जिन्हें ‘छोटे सरकार’ के नाम से जाना जाता है, बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में एक प्रमुख और विवादित चेहरा हैं। उनके खिलाफ हत्या और अपहरण सहित कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। बावजूद इसके, मोकामा क्षेत्र में उनकी जबरदस्त पकड़ है।

2022 में, अनंत सिंह को शस्त्र अधिनियम के तहत दोषी ठहराया गया था। उनके पैतृक घर से एक एके-47 राइफल और ग्रेनेड बरामद हुए थे। इस मामले में दोषी पाए जाने के बाद उन्हें बिहार विधानसभा से अयोग्य ठहरा दिया गया। इसके बाद उनकी पत्नी नीलम देवी ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के टिकट पर मोकामा सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। हालांकि, 2024 में उन्होंने जद(यू) का दामन थाम लिया।

बिहार की राजनीति में अपराध और हिंसा का साया

हालिया हमला बिहार में राजनीति और अपराध के गहरे संबंधों को उजागर करता है। सोनू-मोनू गैंग जैसे गिरोह क्षेत्र में सक्रिय हैं और राजनीतिक गतिविधियों को प्रभावित करने की कोशिश करते हैं। पुलिस और प्रशासन हमले की गहन जांच कर रहे हैं और दोषियों को पकड़ने के लिए सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया गया है।

यह घटना बिहार में बढ़ते अपराध, राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता और सुरक्षा से जुड़े सवालों को फिर से सामने लाती है। राज्य में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।

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