झारखंड का टाटानगर रेलवे स्टेशन जल्द ही आधुनिक तकनीक और एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं से लैस होगा। रेलवे बोर्ड ने इसके पुनर्विकास के लिए 326.87 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया है। इस परियोजना को ईपीसी मोड (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन) पर लागू किया जाएगा। पुनर्विकास कार्य के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, और 4 अप्रैल को ठेकेदार कंपनी की घोषणा की जाएगी।

एयरपोर्ट जैसा अनुभव

पुनर्विकास योजना के तहत स्टेशन के दोनों प्रवेश द्वारों पर तीन मंजिला इमारतें बनाई जाएंगी। इनमें रिटायरिंग रूम, रेस्तरां, डोरमेट्री, थ्री-स्टार होटल और स्काई लाउंज जैसी सुविधाएं होंगी। यात्रियों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए व्यावसायिक प्रतिष्ठान भी बनाए जाएंगे, ताकि स्टेशन से बाहर जाने की जरूरत न पड़े।

स्टेशन पर बर्मामाइंस की ओर दो नए प्लेटफॉर्म जोड़े जाएंगे। यात्रियों की सुविधा के लिए प्लेटफॉर्म को जोड़ने के लिए सबवे और पाथवे बनाए जाएंगे। हर प्लेटफॉर्म पर एस्केलेटर और लिफ्ट की व्यवस्था होगी।

मनोरंजन और पार्किंग की सुविधा

नया स्टेशन यात्रियों को मनोरंजन के लिए सिनेमा हॉल, पार्क और फाउंटेन जैसी सुविधाएं भी प्रदान करेगा। इसके अलावा, स्टेशन के बाहर फ्लाईओवर, मल्टी-स्टोरी पार्किंग और रिंग रोड का निर्माण किया जाएगा। डेढ़ किलोमीटर की परिधि में फैले इस स्टेशन को पूरी तरह से सुरक्षित बनाने के लिए चारों तरफ दीवार भी बनाई जाएगी।

ऐतिहासिक महत्व और भविष्य की योजना

टाटानगर स्टेशन, जिसे पहले कालीमाटी स्टेशन के नाम से जाना जाता था, का नाम 1919 में जेएन टाटा के नाम पर रखा गया। 1891 में शुरू हुए इस स्टेशन को अब जमशेदपुर के “सिटी सेंटर” के रूप में विकसित करने की योजना है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी 2024 में इस परियोजना का ऑनलाइन शिलान्यास किया था। रेलवे बोर्ड ने दिल्ली के आर्किटेक्ट से इसका डिज़ाइन तैयार करवाया है।

पुराने ढांचे में बदलाव

प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर मौजूद गार्ड क्रू लॉबी और पार्सल कार्यालय को दूसरी जगह स्थानांतरित किया जाएगा। साथ ही वाशिंग लाइन को भी शिफ्ट किया जाएगा। जुगसलाई चौक तक मौजूद लीजधारी दुकानों को हटाने का आदेश दिया गया है। रेलवे कॉलोनी में कुछ क्वार्टर भी तोड़े जाएंगे।

निष्कर्ष

टाटानगर रेलवे स्टेशन का यह पुनर्विकास झारखंड और आसपास के यात्रियों को विश्वस्तरीय अनुभव प्रदान करेगा। आधुनिक सुविधाओं और बेहतर परिवहन प्रणाली के साथ यह स्टेशन राज्य के विकास में एक नया आयाम जोड़ने जा रहा है।

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