प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने 15 और 16 फरवरी को कुंभ क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया है। संभावना जताई जा रही है कि इन दो दिनों में लाखों श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगाने पहुंच सकते हैं।
वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह रोक
प्रशासन के इस फैसले के तहत मेला क्षेत्र में किसी भी वाहन को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। बाहरी वाहनों को प्रयागराज की सीमा पर ही निर्धारित पार्किंग और होल्डिंग एरिया में रोक दिया जाएगा। इस दौरान किसी भी प्रकार का पास मान्य नहीं होगा, जिससे कुंभ क्षेत्र में यातायात सुगम बना रहे और श्रद्धालुओं को पैदल आने-जाने में किसी प्रकार की असुविधा न हो।
50 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
महाकुंभ के दौरान अब तक 50 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं। श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन सुरक्षा और व्यवस्थाओं को लेकर सतर्क हो गया है। मेला क्षेत्र में भीड़ नियंत्रण के लिए विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां तैनात की गई हैं, और लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।
प्रयागराज में उमड़ी श्रद्धा की बाढ़
महाकुंभ में देश-विदेश से श्रद्धालु, संत-महात्मा, साधु-संत और विभिन्न अखाड़ों के प्रतिनिधि पहुंच रहे हैं। संगम तट पर स्नान और धार्मिक अनुष्ठानों का सिलसिला जारी है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ड्रोन से निगरानी की जा रही है, और पुलिस प्रशासन ने ट्रैफिक डायवर्जन की व्यवस्था भी की है।
यात्रियों के लिए जरूरी दिशा-निर्देश
• प्रयागराज आने वाले श्रद्धालु अपने वाहनों को निर्धारित पार्किंग क्षेत्रों में ही खड़ा करें।
• किसी भी पास को मान्य नहीं किया जाएगा, इसलिए मेला क्षेत्र में पैदल जाने की योजना बनाएं।
• प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें और भीड़ में सावधानी बरतें।
महाकुंभ में उमड़ती श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन पूरी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है। अगले दो दिन प्रयागराज में भक्तों का सैलाब उमड़ने की संभावना है, और प्रशासन इसे सुव्यवस्थित बनाने में जुटा हुआ है।