रांची: दिनांक 19 सितंबर 2024 को झारखंड पुलिस चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी संघ के सभी शाखा पदाधिकारी एवं सदस्य गण सम्मानित प्रदेश अध्यक्ष एवं प्रांतीय अध्यक्ष के नेतृत्व में माननीय सुश्री डॉक्टर महुआ मांझी, राज्यसभा सांसद, से उनके आवास पर मुलाकात की। इस महत्वपूर्ण मुलाकात में संघ के केंद्रीय पदाधिकारियों ने कर्मचारियों से संबंधित ट्रेड रैंक एवं भत्ता को लेकर अपनी मांगों को सांसद महोदया के सामने रखा और उनका ध्यान आकर्षित कराया।
सांसद महुआ मांझी का वादा और कर्मचारियों की उम्मीदें
संघ के पदाधिकारियों ने सांसद महोदया को याद दिलाया कि वे हमारे सातवें राज्य सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुई थीं और उन्होंने राज्य के तमाम कर्मचारियों को आश्वस्त किया था कि उनकी मांगें बिल्कुल जायज हैं। उन्होंने वादा किया था कि वह इन मांगों को सरकार तक पहुंचाने और इन्हें पूरा करवाने में हमेशा कर्मचारियों का सहयोग करेंगी। सांसद महोदया ने कर्मचारियों के हौसले को बढ़ाते हुए उनके हक की लड़ाई में उनके साथ खड़े होने का वादा किया था, जिसके बाद से कर्मचारियों को अपनी मांगों के पूरा होने की उम्मीदें और मजबूत हो गई थीं।
मुख्यमंत्री से संवाद की आशा
संघ के पदाधिकारियों ने सांसद महोदया को यह भी अवगत कराया कि माननीय मुख्यमंत्री महोदय द्वारा कर्मचारियों की मांगों को लेकर पहले भी आश्वासन प्राप्त हुआ है। इस पर सांसद महुआ मांझी ने कहा कि वह मुख्यमंत्री जी से दूरभाष के माध्यम से संपर्क करेंगी और विशेष पत्राचार के जरिए भी उनसे अनुरोध करेंगी कि कर्मचारियों की मांगों को जल्द से जल्द कैबिनेट में लाया जाए। सांसद महोदया ने कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि वह अपनी पूरी क्षमता के साथ इस मुद्दे को आगे बढ़ाएंगी ताकि सभी कर्मचारियों को उनके हक का लाभ मिल सके।
संगठन की भूमिका और अगली रणनीति
झारखंड पुलिस चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी संघ लगातार कर्मचारियों के हक की लड़ाई लड़ रहा है। संघ के पदाधिकारी कर्मचारियों की समस्याओं और उनके हक की मांगों को सरकार के सामने रखते आ रहे हैं। संगठन की इस सक्रियता और सांसद महोदया की सकारात्मक प्रतिक्रिया से कर्मचारियों के मनोबल में और भी वृद्धि हुई है।
संगठन के मीडिया प्रभारी प्रेम गुप्ता ने बताया कि संघ अपने कर्मचारियों के हक के लिए निरंतर संघर्षरत है और आगे भी ऐसे ही काम करता रहेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि माननीय सांसद महोदया की पहल से जल्द ही कर्मचारियों की मांगें पूरी होंगी और उन्हें उनका हक मिलेगा।
झारखंड पुलिस चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी संघ का यह कदम कर्मचारियों के हित में एक बड़ी उपलब्धि की ओर इशारा करता है। सांसद महुआ मांझी और संघ के संयुक्त प्रयासों से आने वाले समय में कर्मचारियों को उनके अधिकार मिलने की संभावना प्रबल है।