रांची
झारखंड की राजनीति में एक अहम मोड़ आया जब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का नया अध्यक्ष चुना गया। यह जिम्मेदारी उन्हें पार्टी के 13वें केंद्रीय सम्मेलन के दौरान सौंपी गई, जो रांची में दो दिनों तक चला। इस ऐतिहासिक मौके पर उन्होंने इसे अपने लिए “गर्व का क्षण” बताया और भावनात्मक अंदाज में कहा कि यह कोई साधारण पद नहीं, बल्कि झारखंड की जनता के सपनों, संघर्षों और आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व है।
सोशल मीडिया पर साझा किया भावुक संदेश
एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए हेमंत सोरेन ने लिखा,
“आज जब मैं झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष पद का दायित्व संभाल रहा हूं, तो मेरे मन में अनेक भावनाएं उमड़ रही हैं। यह कोई साधारण पद नहीं है। यह उस संघर्ष का प्रतीक है, जिसने झारखंड को एक अलग पहचान दिलाई।”
पिता शिबू सोरेन की विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प
हेमंत सोरेन ने पार्टी के संस्थापक और अपने पिता शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा,
“आदरणीय बाबा, हमारे संरक्षक आदरणीय शिबू सोरेन जी ने जिन विचारधाराओं की छांव तले झामुमो की नींव रखी थी, आज उसे आगे बढ़ाने का अवसर मिलना मेरे लिए गर्व का क्षण है।”
हर वंचित, गरीब और युवा की आवाज बनेंगे
उन्होंने कहा कि वे झारखंड के हर गांव, हर गरीब, हर वंचित और हर युवा की आवाज बनेंगे और पार्टी को सामाजिक न्याय की दिशा में और अधिक मजबूत बनाएंगे। उन्होंने साफ किया कि यह बदलाव केवल संगठनात्मक नहीं है, बल्कि यह झामुमो की राष्ट्रीय भूमिका को पुनर्परिभाषित करने का एक प्रयास है।
झारखंड के बाहर भी प्रभाव बढ़ाने का संकेत
सम्मेलन के दौरान हेमंत सोरेन ने एक मजबूत सामाजिक न्याय एजेंडा पेश किया। उन्होंने संकेत दिया कि झामुमो अब झारखंड से बाहर भी अपने प्रभाव का विस्तार करेगा। उन्होंने स्पष्ट कहा,
“सामंती ताकतों को अब राज्य का शोषण करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। हमारी पार्टी संघर्षों से बनी है, और हम झारखंड की अस्मिता, विकास और न्याय के लिए फिर से एकजुट होकर काम करेंगे।”
भाजपा पर लगाए गंभीर आरोप
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर षड्यंत्र रचने का आरोप लगाते हुए कहा कि 2019 के बाद भाजपा ने उनकी लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को गिराने के कई प्रयास किए।
“हमारी सरकार ने राजनीतिक दबाव का सामना करते हुए, लोगों के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।”
राष्ट्रीय भूमिका के लिए तैयार झामुमो
हेमंत सोरेन ने कहा कि अब अबुआ सरकार (हमारी सरकार) आदिवासियों, दलितों और अन्य हाशिए के समुदायों की सामूहिक इच्छाशक्ति की उपज है। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी ने कई अन्य राज्यों में अपना जनाधार बढ़ाया है और आने वाले समय में राष्ट्रीय राजनीति में एक प्रभावशाली भूमिका निभाने को तैयार है।
समापन संदेश: जय जोहार! जय झारखंड!
आखिर में उन्होंने जनता को आश्वस्त करते हुए लिखा,
“मैं आप सभी से वादा करता हूं कि आपका विश्वास कभी टूटने नहीं दूंगा। जय जोहार! जय झारखंड!”