बिहार के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने हाल ही में लॉरेंस विश्नोई गैंग से मिली धमकी के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर अपनी सुरक्षा बढ़ाने की अपील की है। पप्पू यादव ने पत्र में अपने और परिवार पर पहले भी हुए हमलों का उल्लेख किया है और इस नई धमकी को गंभीरता से लेने का अनुरोध किया है।
धमकी का इतिहास और सुरक्षा का मुद्दा
पप्पू यादव का कहना है कि पहले भी उन पर और उनके परिवार पर कई बार हमले हो चुके हैं, जिनमें नेपाल के उग्रवादी संगठनों द्वारा धमकियां भी शामिल हैं। 2015 में इसी वजह से उन्हें वाई प्लस सुरक्षा प्रदान की गई थी, लेकिन 2019 में इसे घटाकर वाई श्रेणी कर दिया गया। इसके बावजूद उनके खिलाफ अपराधियों द्वारा कई बार धमकी दी गई, जो उनकी जान के लिए खतरा बनी हुई है।
लॉरेंस विश्नोई गैंग से ताजा धमकी
पप्पू यादव का दावा है कि उन्होंने हाल ही में एक घटना का विरोध किया, जिसके बाद लॉरेंस विश्नोई गैंग ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने इस धमकी की कॉपी भी संलग्न करते हुए बताया कि बिहार और केंद्र सरकार उनकी सुरक्षा के प्रति लापरवाही बरत रही है। इस खतरे को ध्यान में रखते हुए उन्होंने अपनी सुरक्षा को वाई श्रेणी से बढ़ाकर जेड श्रेणी में करने की मांग की है।
अतिरिक्त सुरक्षा की मांग
पप्पू यादव ने अपने पत्र में न केवल केंद्रीय गृह मंत्री बल्कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्णिया के एसपी, बिहार के डीजीपी, और गृह विभाग के सचिव को भी पत्र की प्रति भेजी है। उन्होंने अनुरोध किया कि बिहार के हर जिले में पुलिस स्कॉट और कार्यक्रम स्थलों पर अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समय रहते उनकी सुरक्षा नहीं बढ़ाई गई, तो उनकी जान को गंभीर खतरा हो सकता है, जिसके लिए केंद्र और राज्य सरकारें जिम्मेदार होंगी।
निष्कर्ष
पप्पू यादव की यह मांग वर्तमान समय में बिहार और देश की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। लॉरेंस विश्नोई गैंग की धमकी और पप्पू यादव की सुरक्षा के प्रति सरकारों का रुख यह दर्शाता है कि सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है।
पप्पू यादव की सुरक्षा की मांग और उनके द्वारा व्यक्त किए गए चिंता के कारण यह मामला गंभीर बन गया है।