धनबाद, झारखंड
झारखंड एंटी-टेररिज़म स्क्वाड (ATS) ने धनबाद में आतंकी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (HuT) और अन्य प्रतिबंधित आतंकवादी समूहों से जुड़े एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। एटीएस द्वारा की गई यह गिरफ्तारी पिछले कई दिनों से चल रही जांच का हिस्सा है, जिसमें संदिग्धों की गिरफ्तारी और आतंकवादी कनेक्शन की पहचान की गई है।
इस गिरफ्तारी के बाद एटीएस ने आरोपी से मुख्यालय में गहन पूछताछ शुरू की है। जानकारी के अनुसार, आरोपी का संबंध हिज्ब-उत-तहरीर (HuT) संगठन से जोड़ा गया है, जो भारत में प्रतिबंधित आतंकी संगठन है। ATS के अधिकारियों का कहना है कि संदिग्ध एक बड़े नेटवर्क से जुड़ा हो सकता है, जो युवाओं को कट्टरपंथी विचारों से प्रभावित करने की कोशिश कर रहा था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, संदिग्ध को बुधवार को न्यायालय के समक्ष पेश किया जा सकता है, जहां उसकी न्यायिक हिरासत की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। एटीएस का मानना है कि यह गिरफ्तारियां महत्वपूर्ण सुराग प्रदान करेंगी, जिससे अन्य संभावित आतंकवादी कनेक्शनों का पता चल सकेगा।
झारखंड एटीएस के अधिकारियों ने बताया कि वे लगातार ऐसे नेटवर्क पर नजर बनाए हुए हैं, जो देश में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं। इसके साथ ही, राज्य में आतंकवादियों के नेटवर्क के खिलाफ अभियान को और तेज किया जा रहा है।
संदिग्धों से मिली जानकारी से खुल सकते हैं बड़े राज
ATS के अधिकारियों का कहना है कि इस गिरफ्तारी के बाद एटीएस के पास महत्वपूर्ण जानकारी आने की संभावना है, जो पूरे देश में आतंकी कनेक्शनों को उजागर करने में मददगार साबित हो सकती है। साथ ही, इन संदिग्धों से पूछताछ के दौरान किसी और की भी गिरफ्तारी हो सकती है।
इससे पहले भी ATS ने धनबाद में आतंकवादियों के खिलाफ कई कार्रवाई की है, जिससे राज्य में आतंकवाद के खतरे को गंभीरता से लिया गया है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि इस गिरफ्तारी से आतंकवादियों के नेटवर्क को ध्वस्त करने में मदद मिलेगी।
आतंकवादियों के नेटवर्क पर कड़ी नजर
झारखंड में आतंकवादी नेटवर्क के खिलाफ ATS और अन्य सुरक्षा एजेंसियां लगातार सक्रिय हैं। राज्य सरकार ने इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा बलों की तैनाती को बढ़ा दिया है और नागरिकों से भी आतंकवादियों की गतिविधियों की जानकारी देने की अपील की है।
धनबाद की यह घटना साबित करती है कि सुरक्षा एजेंसियां किसी भी आतंकी गतिविधि को रोकने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक रही हैं और समय-समय पर ऐसे संगठनों से जुड़े आतंकवादियों को पकड़ने में सफलता पा रही हैं।
निष्कर्ष
झारखंड के धनबाद में आतंकी कनेक्शन से जुड़ी इस गिरफ्तारी ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि सुरक्षा एजेंसियां पूरी तत्परता से राज्य में आतंकी नेटवर्क को नष्ट करने के लिए काम कर रही हैं। संदिग्धों से मिली जानकारी से भविष्य में कई और गिरफ्तारियां हो सकती हैं, जो आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को और मजबूत बनाएंगी।
एटीएस और अन्य सुरक्षा बलों की यह कड़ी कार्रवाई यह दर्शाती है कि भारत में आतंकी गतिविधियों को लेकर कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और राष्ट्र की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।