रांची।
झारखंड के धनबाद जिले स्थित तोपचांची झील को आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना को गति मिली है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर चर्चा के लिए 10 जनवरी 2025 को अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान तोपचांची झील के विकास से संबंधित कार्ययोजना का पीपीटी प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया गया।

मुख्यमंत्री ने झील के पर्यावरणीय सौंदर्यकरण और पर्यटन स्थल के रूप में उसकी पहचान को प्राथमिकता देने की बात कही। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कार्ययोजना ऐसी हो, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलें। उन्होंने कहा, “झारखंड को पर्यटन हब के रूप में पहचान देना राज्य सरकार का लक्ष्य है। झारखंड में अपार पर्यटन संभावनाएं हैं, जिनका लाभ देश-विदेश के पर्यटकों को मिलना चाहिए।”

पर्यटन से रोजगार सृजन पर जोर

मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान यह भी कहा कि पर्यटन स्थलों का विकास न केवल राज्य के प्राकृतिक संसाधनों का सही उपयोग करेगा, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी सृजित करेगा। अधिकारियों ने बताया कि तोपचांची झील के विकसित होने से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के कई अवसर बनेंगे।

झील का स्वरूप और आकर्षण

तोपचांची झील और उसके आसपास लगभग 33 एकड़ भूमि को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना बनाई गई है। इसमें कई आधुनिक सुविधाएं शामिल होंगी, जो पर्यटकों को आकर्षित करेंगी।
झील के विकास में निम्नलिखित सुविधाओं का प्रावधान किया गया है:

  • रिजॉर्ट
  • जंक्शन और प्लाजा
  • नेचर पार्क और सेंट्रल पार्क
  • एक्टिविटी पार्क
  • म्यूजिक पार्क
  • मोटर स्पोर्ट्स पार्क
  • बोटिंग और गो-कार्टिंग
  • फूड प्लाजा और कैफेटेरिया

राज्य की प्राकृतिक संपदा को बढ़ावा देने का प्रयास

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की पहचान इसकी प्राकृतिक सुंदरता, जंगल, पहाड़ और नदियों से है। इन संसाधनों का बेहतर उपयोग कर राज्य को पर्यटन के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया जा सकता है। उन्होंने कहा, “हमारी प्राथमिकता नेचर फ्रेंडली कार्ययोजना बनाना है। राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग, वन विभाग और नगर विकास विभाग आपसी समन्वय के साथ काम करें।”

बैठक में उपस्थित अधिकारी और विशेषज्ञ

बैठक में राज्य के पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार, पर्यटन निदेशक अंजलि यादव और परियोजना से जुड़ी कंसल्टेंसी एजेंसी समर्थ इंफ्राटेक सर्विसेस प्रा. लि. के अधिकारी उपस्थित थे।

झारखंड पर्यटन को मिलेगा नया आयाम

तोपचांची झील को एक आधुनिक और नेचर फ्रेंडली पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना राज्य सरकार का महत्वाकांक्षी कदम है। इस परियोजना के सफल क्रियान्वयन से झारखंड पर्यटन को नई पहचान मिलेगी और राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।

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