झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव 2024 की तारीखों का एलान हो चुका है। इस बार का चुनाव दो चरणों में होगा, जिसमें पहले चरण का मतदान 13 नवंबर और दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को किया जाएगा। राज्य की 81 विधानसभा सीटों पर हो रहे इस चुनाव में 2.6 करोड़ से ज्यादा मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। चुनाव परिणाम की घोषणा 23 नवंबर को होगी। इस संबंध में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने 15 अक्टूबर को प्रेस कांफ्रेंस कर जानकारी दी।

चुनाव के चरण और महत्वपूर्ण तिथियां

इस बार झारखंड विधानसभा चुनाव को दो चरणों में बांटा गया है। पहले चरण का मतदान 13 नवंबर को होगा, जिसमें 43 सीटों पर वोटिंग होगी। वहीं, दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को 38 सीटों पर कराया जाएगा। मतगणना 23 नवंबर को एक साथ की जाएगी।

पहले चरण की सीटें (13 नवंबर)

झारखंड के पहले चरण के चुनाव में 43 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। इसमें शामिल प्रमुख सीटें हैं:

कोडरमा, हजारीबाग, जमशेदपुर पूर्वी, जमशेदपुर पश्चिमी, रांची, खूंटी, गढ़वा, लोहरदगा, डालटेनगंज आदि। ये सीटें राज्य के विभिन्न हिस्सों को कवर करती हैं, जिसमें कोल्हान, पलामू, रांची, हजारीबाग और उत्तरी संथाल परगना जैसे क्षेत्र शामिल हैं। शहरी और ग्रामीण इलाकों की संतुलित हिस्सेदारी को देखते हुए इन सीटों पर विभिन्न समुदायों और राजनीतिक दलों के बीच मुकाबला दिलचस्प रहने की उम्मीद है।

दूसरे चरण की सीटें (20 नवंबर)

दूसरे चरण के तहत 38 विधानसभा सीटों पर चुनाव होगा। इसमें शामिल सीटें हैं:

दुमका, राजमहल, देवघर, गिरिडीह, बोकारो, धनबाद, रामगढ़, जमुआ, गोमिया, महगामा आदि। यह क्षेत्र मुख्य रूप से संथाल परगना, बोकारो-धनबाद और गिरिडीह जैसे औद्योगिक और आदिवासी बहुल इलाकों में फैले हुए हैं। दूसरे चरण में भी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों का संतुलन देखा गया है।

महत्वपूर्ण तिथियां

पहले और दूसरे चरण की महत्वपूर्ण तिथियों का विवरण इस प्रकार है:

पहले चरण की अधिसूचना:

  • अधिसूचना जारी: 18 अक्टूबर
  • नामांकन की अंतिम तिथि: 25 अक्टूबर
  • नामांकन पत्रों की जांच: 28 अक्टूबर
  • नाम वापसी की तिथि: 30 अक्टूबर

दूसरे चरण की अधिसूचना:

  • अधिसूचना जारी: 22 अक्टूबर
  • नामांकन की अंतिम तिथि: 29 अक्टूबर
  • नामांकन पत्रों की जांच: 30 अक्टूबर
  • नाम वापसी की तिथि: 1 नवंबर

चुनाव से जुड़े आंकड़े और तथ्य

इस चुनाव में 81 विधानसभा सीटों पर कुल 2.6 करोड़ से ज्यादा मतदाता वोट डालेंगे। इन सीटों में सामान्य के लिए 44, अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए 28 और अनुसूचित जाति (SC) के लिए 9 सीटें आरक्षित हैं। राज्य में कुल 29,562 पोलिंग स्टेशन होंगे, जिनमें से 5,042 शहरी क्षेत्रों में और 24,520 ग्रामीण क्षेत्रों में होंगे। चुनाव आयोग ने यह सुनिश्चित किया है कि मतदान प्रक्रिया सुगम और निष्पक्ष हो।

राजनीतिक परिदृश्य और चुनौतियां

झारखंड का राजनीतिक परिदृश्य पिछले कुछ वर्षों में काफी बदल गया है। मुख्य मुकाबला झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस के बीच देखने को मिलेगा। पिछली बार JMM ने गठबंधन के साथ सरकार बनाई थी, लेकिन इस बार BJP अपनी पुरानी ताकत को वापस पाने की कोशिश कर रही है। आदिवासी वोट बैंक, शहरी मतदाताओं की प्राथमिकताएं और क्षेत्रीय मुद्दे जैसे बेरोजगारी, विकास कार्य, बिजली, पानी और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं पर ध्यान देना चुनावी समीकरणों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

निष्कर्ष

झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 राज्य के भविष्य की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे। इस चुनाव में न केवल क्षेत्रीय राजनीति की धारा प्रभावित होगी, बल्कि राष्ट्रीय राजनीतिक समीकरणों पर भी इसका असर पड़ेगा। मतदाताओं के सामने अपने प्रतिनिधियों को चुनने का अवसर है, जो राज्य के विकास और जनता के हितों की रक्षा कर सकें। चुनाव आयोग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं और अब देखना होगा कि मतदाता किसे अपना जनप्रतिनिधि चुनते हैं। 23 नवंबर को चुनावी नतीजे सबके सामने होंगे, और यह तय होगा कि झारखंड की बागडोर किसके हाथ में जाएगी।

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