रांची
झारखंड के बहुचर्चित शराब घोटाले में गिरफ्तार किए गए वरिष्ठ आईएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे की तबीयत गुरुवार को जेल में अचानक खराब हो गई, जिसके बाद उन्हें रांची स्थित राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में भर्ती कराया गया। बताया जा रहा है कि उन्हें उच्च रक्तचाप और किडनी से जुड़ी परेशानी हो रही थी, जिसके बाद उन्हें पेइंग वार्ड में शिफ्ट किया गया। उनकी देखरेख मेडिसिन विभाग के विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. ऋषि तुहीन गुड़िया कर रहे हैं। प्रारंभिक जांच के बाद शुक्रवार को भी उनकी मेडिकल जांच जारी रहेगी।
घोटाले में अन्य आरोपियों को भी न्यायिक हिरासत
38 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) द्वारा की जा रही जांच में अब तक कई अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें झारखंड स्टेट बेवरेजेज कॉरपोरेशन लिमिटेड (JSBCL) के पूर्व महाप्रबंधक (ऑपरेशन व फाइनेंस) सुधीर कुमार, वर्तमान वित्त महाप्रबंधक सुधीर कुमार दास और एक निजी एजेंसी के प्रतिनिधि नीरज सिंह शामिल हैं। तीनों को गुरुवार को एसीबी की विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 3 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से होगी अगली पेशी
आईएएस अधिकारी विनय चौबे और संयुक्त उत्पाद आयुक्त गजेंद्र सिंह सहित पांच आरोपियों की अगली सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की जाएगी। न्यायालय ने जेल प्रशासन को इसके लिए सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
पूछताछ का सिलसिला जारी
इस मामले में एसीबी की पूछताछ लगातार जारी है। गुरुवार को उत्पाद विभाग के अपर डिवीजन क्लर्क नीलेंदु और एक अन्य कर्मचारी से लगभग आठ घंटे तक पूछताछ की गई। पूछताछ के बाद दोनों को छोड़ दिया गया, लेकिन एसीबी इन दोनों की भूमिका की गहन समीक्षा कर रही है।
निष्कर्ष:
झारखंड में सामने आए शराब घोटाले ने प्रशासनिक तंत्र की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। वरिष्ठ अधिकारियों की गिरफ्तारी और अस्पताल में भर्ती जैसी घटनाएं यह दर्शाती हैं कि मामला कितना संवेदनशील और उच्चस्तरीय है। जांच एजेंसियों की सक्रियता के चलते आने वाले दिनों में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।