पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राजनीति और नेतृत्व शैली को लेकर जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रवक्ता नवल शर्मा ने शुक्रवार को उनकी तारीफों के पुल बांधे। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार में एक अलग ही आकर्षण है, जिसकी वजह से लोग उनकी शागिर्दी के लिए बेचैन रहते हैं।

नीतीश कुमार को बताया ‘पारसमणि’

नवल शर्मा ने कहा कि नीतीश कुमार की रणनीति और उनके जनसमर्थन के सामने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) समेत तमाम दलों को नतमस्तक होना पड़ता है। उन्होंने मुख्यमंत्री को ‘पारसमणि’ की संज्ञा देते हुए कहा, “नीतीश कुमार उस पारसमणि की तरह हैं, जिसके संपर्क में आने से लोहा भी सोना बन जाता है।”

विकास और सुशासन उनकी असली पूंजी

शर्मा ने नीतीश कुमार की राजनीति को जातीय समीकरण और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण से परे बताते हुए कहा कि उनकी असली पूंजी विकास और सुशासन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता है। उन्होंने कहा, “नीतीश कुमार की नीयत और उनकी ईमानदारी ही उनकी ताकत है। बिहारवासियों ने उन्हें एक नि:स्वार्थ और निर्लिप्त संत की तरह देखा है, जो केवल राज्य के विकास और जनता की सेवा में मगन हैं।”

लालू यादव पर निशाना

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव पर निशाना साधते हुए नवल शर्मा ने कहा कि नीतीश कुमार में धन जुटाने की लालसा या अपने परिवार को आगे बढ़ाने की ललक नहीं है। उन्होंने कहा, “लालू यादव के विपरीत, नीतीश कुमार ने कभी व्यक्तिगत स्वार्थ या परिवारवाद को बढ़ावा नहीं दिया। इसीलिए उन्हें बिहार की सभी जातियों और वर्गों का समर्थन प्राप्त है।”

जनता का समर्थन और विश्वास

शर्मा ने दावा किया कि नीतीश कुमार की सबसे बड़ी ताकत उनकी जनता के प्रति जवाबदेही और ईमानदारी है। उन्होंने कहा, “नीतीश कुमार को सभी वर्गों और जातियों का समर्थन इसलिए है क्योंकि उन्होंने विकास और सुशासन को अपनी राजनीति का केंद्रबिंदु बनाया है।”

निष्कर्ष

जदयू प्रवक्ता नवल शर्मा ने नीतीश कुमार को बिहार के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बताया और कहा कि उनकी ईमानदारी और नेतृत्व क्षमता ही उन्हें अन्य नेताओं से अलग बनाती है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का नेतृत्व न केवल जदयू बल्कि पूरे बिहार को एक नई दिशा देने में सक्षम है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी राजनीतिक परिदृश्य में यह ‘पारसमणि’ बिहार के विकास में किस तरह का योगदान देती है।

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