झारखंड के पलामू जिले के तरहसी थाना क्षेत्र अंतर्गत सिंजो-महुअरी जंगल में शुक्रवार की सुबह पुलिस और नक्सलियों के बीच जोरदार मुठभेड़ हुई। नक्सल संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (TSPC) के नक्सलियों के साथ लगभग 30 मिनट तक गोलीबारी चली।
पुलिस को भारी पड़ता देख भागे नक्सली
पुलिस की ओर से की गई जवाबी कार्रवाई में नक्सली अधिक देर नहीं टिक सके और जंगल का फायदा उठाकर फरार हो गए। हालांकि, मुठभेड़ में कोई हताहत नहीं हुआ है।
बरामद हुए नक्सलियों के सामान
घटना के बाद सघन सर्च ऑपरेशन चलाया गया, जिसमें नक्सलियों के दैनिक उपयोग की सामग्री जब्त की गई:
• खाने-पीने का सामान
• मेडिकल किट
• दो प्लास्टिक की चटाई
• दो पतले कंबल
• पानी के तीन डिब्बे
• कई खाली कारतूस
SP ने दी जानकारी
पलामू की एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि राज्य के DGP और IG के निर्देश पर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में निरंतर अभियान जारी है। सूचना मिली थी कि इलाके में TSPC के जोनल कमांडर शशिकांत उरांव (10 लाख का इनामी नक्सली) समेत कई सक्रिय सदस्य मौजूद हैं।
लातेहार में नक्सलियों का उत्पात, सड़क निर्माण साइट पर मुंशी की हत्या
वहीं दूसरी ओर, लातेहार जिले के महुआडांड़ थाना क्षेत्र के ओरसा गांव में बुधवार की रात नक्सलियों ने सड़क निर्माण कार्य में लगे मुंशी अयूब खान की सिर में गोली मारकर हत्या कर दी।
घटना का विवरण
स्थानीय लोगों और मृतक की पत्नी के अनुसार, रात करीब 8:30 बजे तीन हथियारबंद नकाबपोश नक्सली घर में घुसे। अयूब खान को जबरन बाहर ले जाकर कहा कि “थोड़ी देर में भेज देंगे”, और फिर कुछ दूर ले जाकर सिर में गोली मार दी।
वाहनों में लगाई आग
इसी दौरान, नक्सलियों ने सड़क निर्माण में लगी एक JCB और एक ग्रेडर को भी आग के हवाले कर दिया। जेसीबी चालक को गालियां दी गईं, वाहन से डीजल निकलवाया गया और फिर वाहन फूंक दिए गए।
ग्रामीणों में भय का माहौल
घटना के बाद से ओरसा गांव में मातम और दहशत का माहौल है। मृतक के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
पुलिस का एक्शन
घटना की सूचना मिलते ही अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शिवपूजन बहेलिया और थाना प्रभारी मनोज कुमार दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे।
घटनास्थल से INSAS रायफल की 4 गोलियों के खोखे भी बरामद किए गए। शव को पोस्टमार्टम के लिए लातेहार भेजा गया है।
निष्कर्ष: नक्सल प्रभावित जिलों में बढ़ा खतरा
इन दोनों घटनाओं ने एक बार फिर झारखंड के नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा और विकास के मुद्दे को उजागर कर दिया है। जहां पलामू में सुरक्षाबलों की तत्परता से बड़ा नुकसान टल गया, वहीं लातेहार में विकास कार्यों को रोकने के लिए सीधी हत्या और आगजनी जैसे कृत्य सामने आए हैं। पुलिस अब दोनों मामलों की गंभीरता से जांच और इलाके में तलाशी अभियान चला रही है।