सरायकेला-खरसावां/रांची:

झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले के झिमरी गांव में धर्मांतरण और शादी से जुड़ा एक मामला उग्र हो गया, जिसके बाद पूरे इलाके में तनाव फैल गया। 19 वर्षीय एक युवती के कथित धर्म परिवर्तन और उसकी पश्चिम बंगाल में शादी कराए जाने के आरोपों ने गांव में हिंसा का रूप ले लिया। भीड़ ने आरोपी के घर में आगजनी की और पुलिस बल पर भी पथराव किया, जिससे दो पुलिसकर्मी घायल हो गए।

क्या है पूरा मामला?

32 वर्षीय एक युवक पर आरोप है कि उसने एक युवती का जबरन धर्म परिवर्तन करवा कर उसे बंगाल में निकाह कराया। इस मामले में गांव वालों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई।

जैसे ही यह खबर फैली, गांव में तनाव बढ़ गया। गुस्साई भीड़ ने आरोपी के घर पर हमला कर उसे आग के हवाले कर दिया। स्थिति को नियंत्रित करने पहुंची पुलिस टीम पर भी ग्रामीणों ने पथराव किया, जिसमें पुलिसकर्मी घायल हो गए और एक वाहन को क्षति पहुंची।

पुलिस की कार्रवाई

सरायकेला-खरसावां के पुलिस अधीक्षक मुकेश लुनायत ने बताया कि त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही, आरोपी के घर पर हमला करने और आगजनी में शामिल सात लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।

पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए गांव में अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है। अधिकारियों के अनुसार, युवती को सुरक्षित ढूंढ लिया गया है और उसकी उम्र 19 साल से अधिक पाई गई है। युवती ने शुरुआती पूछताछ में जबरन धर्मांतरण और अपहरण के आरोपों से इनकार किया है। पुलिस अब उसका मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज कराने की प्रक्रिया में जुटी है।

राजनीतिक हलचल तेज

घटना को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। झारखंड में विपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया पर घटना को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को घेरा। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में जबरन धर्मांतरण के मामले बढ़ रहे हैं और सरकार इस पर गंभीर कदम नहीं उठा रही है। मरांडी ने कथित विवाह प्रमाणपत्र भी साझा किया, जिसमें लड़की के बालिग होने का जिक्र है, लेकिन उन्होंने प्रमाणपत्र की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए मामले की गहन जांच की मांग की है।

गांव में फिलहाल तनावपूर्ण शांति

झिमरी गांव में अब भी माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है, हालांकि पुलिस की सतर्कता से स्थिति नियंत्रण में है। पुलिस ने कहा है कि आगे किसी भी हिंसा को रोकने के लिए इलाके में लगातार गश्त की जा रही है और उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस अधीक्षक मुकेश लुनायत ने कहा, “हम पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर रहे हैं। युवती का बयान अदालत में दर्ज होने के बाद आगे की कार्रवाई तय होगी। कानून अपने अनुसार काम करेगा, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।”

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