रांची, 6 नवंबर 2024: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सरायकेला और चक्रधरपुर में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए अपने विरोधियों पर तीखा हमला किया और अपनी सरकार की उपलब्धियों को जनता के सामने रखा। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी, झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम), झारखंड की राजनीति में एक मजबूत दीवार की तरह खड़ी है जिसे पार करना आसान नहीं है। सोरेन ने कहा, “जेएमएम झारखंड की चीन की दीवार है, जो इस पर चढ़ेगा वह समाप्त हो जाएगा।”

महिला सुरक्षा पर केंद्र सरकार पर सवाल

मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में पूर्वोत्तर राज्यों में महिलाओं की सुरक्षा पर भी सवाल उठाए। उन्होंने असम के मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री की चुप्पी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मणिपुर में एक महिला को नग्न कर सड़कों पर घुमाया गया, लेकिन इसके खिलाफ केंद्र सरकार के किसी भी नेता ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “जो लोग महिला सुरक्षा की बात करते हैं, उन्होंने इस अमानवीय घटना पर मौन क्यों साधा?”

जाति आधारित भेदभाव पर गंभीर आरोप

हेमंत सोरेन ने असम और उत्तर प्रदेश की सरकारों पर आरोप लगाया कि वे जाति विशेष के लोगों पर अत्याचार कर रहे हैं। सोरेन ने कहा कि असम और उत्तर प्रदेश के चुनावों में बुलडोजर का इस्तेमाल कर लोगों को डराया जा रहा है, लेकिन झारखंड में ऐसा करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा, “जो लोग यहां आकर बुलडोजर की धमकी देते हैं, हम उन पर ही बुलडोजर चलवाएंगे।”

आदिवासियों के विस्थापन और खनन नीति पर रखी अपनी बात

मुख्यमंत्री ने रोटी, माटी और बेटी के मुद्दे पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने आरोप लगाया कि डबल इंजन सरकार के समय में खनन और उद्योगों के नाम पर आदिवासियों की जमीन छीनी जा रही है और उन्हें विस्थापित किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “झारखंड में हमारी सरकार ने खनन नीति को पारदर्शी बनाया है। हम सुनिश्चित करेंगे कि आदिवासी समुदाय की जमीन को बिना उनकी सहमति के नहीं लिया जाएगा। उद्योग स्थापित करने से पहले स्थानीय लोगों को 75% रोजगार दिया जाएगा।”

केंद्र सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप

सोरेन ने केंद्र सरकार और उसकी एजेंसियों पर भी निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि गुजरात में नशीले पदार्थों की जब्ती के बावजूद ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियां वहाँ कोई कार्रवाई नहीं करती हैं। उन्होंने कहा, “जहाँ इनकी चलती है वहाँ सब ठीक है, लेकिन जहाँ हमारे जैसे सरकारें हैं, वहाँ ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग किया जाता है।”

निष्कर्ष

हेमंत सोरेन ने अपने भाषण के माध्यम से यह स्पष्ट संदेश देने की कोशिश की कि उनकी सरकार झारखंड के लोगों के हितों की रक्षा के लिए कृतसंकल्पित है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे अपने मताधिकार का प्रयोग सोच-समझकर करें और उन लोगों को समर्थन दें जो वास्तव में झारखंड और उसके लोगों के भविष्य के लिए काम कर रहे हैं।

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