रांची/निवारणपुर।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आज रांची के निवारणपुर स्थित श्री राम जानकी तपोवन मंदिर के नवनिर्माण हेतु आयोजित भूमि पूजन कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने पूरे विधि-विधान और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना कर राज्यवासियों के कल्याण, राज्य की प्रगति, सुख-समृद्धि और शांति की कामना की।

पूजा-अर्चना और जनकल्याण की कामना
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों का विकास, समाज को एकजुट करने और सकारात्मक ऊर्जा देने का कार्य करता है। उन्होंने मंदिर परिसर में उपस्थित श्रद्धालुओं और साधु-संतों के बीच जाकर आशीर्वाद लिया और कहा कि यह मंदिर भविष्य में धार्मिक पर्यटन का भी एक महत्वपूर्ण केंद्र बन सकता है।
धार्मिक विरासत को सहेजने की दिशा में कदम
राज्य सरकार धार्मिक स्थलों के संरक्षण और संवर्धन को लेकर गंभीर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की लोक-आस्था, संस्कृति और धर्मनिष्ठा को सहेजना हम सबकी जिम्मेदारी है। राम जानकी मंदिर का पुनर्निर्माण इस दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
स्थानीय लोगों में उत्साह
निवारणपुर और आसपास के क्षेत्रों से आए श्रद्धालुओं और स्थानीय नागरिकों ने मुख्यमंत्री के इस धार्मिक आयोजन में शामिल होने को आस्था और सम्मान का प्रतीक बताया। उन्होंने मंदिर के निर्माण कार्य को लेकर सरकार के समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया।
मुख्य बिंदु:
- मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने राम जानकी तपोवन मंदिर, निवारणपुर का भूमि पूजन किया।
- विधिवत पूजा कर राज्य की समृद्धि और शांति की प्रार्थना की।
- मंदिर निर्माण को धार्मिक विरासत और पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण बताया।
- स्थानीय लोगों में भारी उत्साह और समर्थन।
निष्कर्ष:
श्री राम जानकी तपोवन मंदिर का नवनिर्माण केवल एक धार्मिक पहल नहीं, बल्कि यह संस्कृति, विरासत और समाज को जोड़ने का प्रयास भी है। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी गौरवमयी बना दिया। यह स्थल आने वाले समय में धार्मिक, सामाजिक और पर्यटन की दृष्टि से एक प्रेरणास्रोत बनेगा।