Author: Priyanshu Jha

जयपुर। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आज कांग्रेस जयपुर में महारैली कर रही है। रैली में कांग्रेस के तमाम आला नेता पहुंचे हैं। रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस की नेता सोनिया गांधी ने भाजपा पर जमकर हमला बोला है। सोनिया ने कहा कि भाजपा ने बीते 10 सालों के राज में कोई काम नहीं किया केवल भेदभाव और अत्याचार को बढ़ावा दिया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि हर जगह अन्याय का अंधेरा है हम सभी को न्याय की रोशनी की तलाश में इसके खिलाफ लड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने जो किया वह हम सबके सामने है 10…

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हमारे संविधान के पहले अनुच्छेद की पहली पंक्ति कहती है कि “भारत अर्थात इंडिया राज्यों का संघ होगा”. इस पंक्ति में भारत और इंडिया दोनों नामों का इस्तेमाल किया गया है. अंग्रेजी में यह अनुच्छेद इस तरह शुरू होता है, ‘इंडिया दैट इज भारत’. इसका मतलब यह है कि भारतीय संविधान के हिसाब से हमारे देश के दो आधिकारिक नाम हैं. इंडिया और भारत. हालांकि इसे हिंदुस्तान, आर्यावर्त और जंबूद्वीप कह कर भी पुकारा जाता है. मगर इंडिया और भारत के अलावा इसके जो भी नाम हैं, वे अनौचारिक हैं, संवैधानिक नहीं हैं. इसलिए जब सोमवार, 22 नवंबर, 2020 को…

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भारत में इस साल 26 जनवरी को भारत 75वां गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा और यह दिन पूरे देश में देशभक्ति के जोश के साथ मनाया जाता है। इस दिन को यादगार बनाने के लिए विभिन्न गतिविधियां आयोजित करते हैं और ध्वजारोहण समारोह आयोजित होता है, लेकिन आपको यह समझना जरूरी है कि गणतंत्र दिवस किसे कहते हैं? (Gantantra Diwas Kise Kahate Hain) के बारे में जानेंगे। गणतंत्र दिवस किसे कहते हैं? (Gantantra Diwas Kise Kahate Hain) गणतंत्र दिवस को भारत का राष्ट्रीय त्योहार कहा जाता है। गणतंत्र दिवस प्रति वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है, क्योंकि 26 जनवरी 1950…

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विश्व हिंदी दिवस हर साल 10 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य पूरी दुनिया में हिंदी भाषा का प्रचार प्रसार करना और अंतराष्ट्रीय स्तर पर पेश करना है। भारत में कई प्रतियोगी परीक्षाओं में विश्व हिंदी दिवस से जुड़े कई सवाल पूछे जाते है। इसलिए इस ब्लाॅग में हम विश्व हिंदी दिवस क्यों और किसकी याद में मनाया जाता है और साथ ही इसके इतिहास के बारे में जानेंगे। THIS BLOG INCLUDES: विश्व हिंदी दिवस क्या है? प्रतिवर्ष 10 जनवरी को मनाया जाने वाला विश्व हिंदी दिवस पूरी दुनिया में हिंदी भाषा को पहचान दिलाने के लिए…

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भारत के राष्ट्रीय ध्वज को तिरंगे के नाम से भी जाना जाता है। इसका कारण है कि इसमें तीन रगों का समावेश किया गया है। भारत के राष्ट्रीय ध्वज में सबसे ऊपर केसरी रंग, बीच में सफ़ेद रंग और सबसे नीचे हरा रंग है। इसलिए इसे तिरंगा कहते हैं। इन तीनों रंगों का अपना अलग अलग तात्पर्य है। केसरी रंग शौर्य और बलिदान का प्रतीक है। वहीं सफ़ेद रंग शान्ति का प्रतीक है। इसी तरह से हरा रंग हरियाली और खुशहाली का सूचक है। लेकिन हमारा राष्ट्रीय ध्वज हमेशा से ऐसा नहीं था। यह पिछले 117 सालों में कई बार…

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Amazing Facts in Hindi About World दुनिया जितनी खूबसूरत दिखती है उतनी रोचक भी है। जिनके बारे में आप शायद ही जानते होंगे। दुनिया में ऐसे कई फैक्ट्स है जो आपको आश्चर्य चकित कर देंगे जिनके बारे में कई बार प्रतियोगी परीक्षाओं में भी पूछा जाता है। आईए जानते है ऐसे ही कुछ रोचक तथ्यों के बारे में। स्टूडेंट्स के लिए Amazing Facts in Hindi About World नीचे कुछ स्टूडेंट्स के लिए Amazing Facts in Hindi About World दिए गए हैं – संबंधित आर्टिकल्स Facts About Snake in HindiMahatma Gandhi Facts in Hindi Facts in Hindi About SpaceFacts About Cricket in…

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दीनदयाल उपाध्याय ‘संस्कृति’, व्यष्टि और समष्टि दोनों से संबंध रखती है, यद्यपि संस्कृति का भाव मूलतः समष्टिगत होता है। संस्कृति के माध्यम से जीवन के वैशिष्ट्य अर्थात् समाज की आत्मा की अभिव्यक्ति होती है। यह सत्य है कि जिस प्रकार ब्रह्म संपूर्ण सृष्टि के बाद भी दस अंगुल बचा रहता है, उसी प्रकार अनेक व्यक्तियों से मिलकर बना हाेने के बाद भी समाज का अपना अलग अस्तित्व और वैशिष्ट्य होता है। इसके साथ ही यह भी उतना ही सत्य है कि जब समाज क्रियाशील होना चाहता है तो उसे अपनी भावनाओं के प्रकटीकरण के लिए व्यक्तियों के पुरुषार्थ का ही…

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भारतीय संस्कृति और सभ्यता का इतिहास हजारो साल पुराना है, सम्पूर्ण विश्व में सनातन धर्म की पहचान रही है। अनेक आक्रमण और दमनकारी नीति द्वारा, धर्म परिवर्तन के दबाव तथा लाखो मंदिर तोड़े जाने के कारण इसकी शाख कुछ फीकी पड़ गई थी। जिसका मुख्य कारण एकता न होना बताया जाता है, लेकिन अब पुनः हिन्दू धर्म और संस्कृति की पहचान पूरी दुनिया में हो रही है। सनातन धर्म, शांति का प्रतीक माना जाता है, इसमें सभी प्राणियों के प्रति प्रेम की भावना होती है। यह विश्व का सबसे प्राचीनतम धर्म है, जो पूरी दुनिया में फैला हुआ था जिसके…

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“मुझे विश्वास ही नहीं कि कोई भी सभ्य समाज मृत्यु का सेवक हो सकता है। मुझे नहीं लगता कि कोई मानव ही मानव की मौत का देवदूत बन सकता है” -हेलेन प्रेजेन, एक्टिविस्ट, नन और लेखिका. डेड मैन वॉकिंग की लेखिका हेलेन के इस कथन से अलग बिल महेर (लेखक और कॉमेडियन) अपने अंदाज़ में कहते हैं -“मृत्युदंड बहुत बढ़िया दंड है। हर हत्यारा जिसे आप मारते हैं, फिर दोबारा किसी को नहीं मारता।” मृत्युदंड एक ऐसी सज़ा है जिसके बारे में सुन कर ही सोच सिहर उठती है। किसे, कब, कहां और क्यों मिल रही है यह सज़ा, मन…

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पीछे आगे धर्म की हमारी समझ FacebookTwitterWhatsAppTelegramShare धर्म का एक भौतिक पक्ष है, और एक आध्यात्मिक, एक सैद्धांतिक और एक व्यावहारिक, एक सार्विक और एक स्थानीय, एक शाश्वत और एक परिवर्तनशील, एक शोषक और एक पोषक, और अंततः एक सकारात्मक और एक नकारात्मक। बात धर्म की हो तो तुरंत हमारे दिमाग में ‘भगवान’ की संकल्पना कौंधती है, पर हमें यह भी जानना चाहिए कि धर्म में ईश्वर या कोई आराध्य देव हो ऐसी अनिवार्यता नहीं रही है। यानी बिना भगवान या आराध्य देव के भी धर्म चरितार्थ हो सकता है। भारत में तो नास्तिक धर्मों की परंपरा भी कायम रही है।…

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