उज्जैन, मध्य प्रदेश।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी व झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की विधायक कल्पना सोरेन ने आज मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की। इस धार्मिक यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री और विधायक ने बाबा महाकाल से झारखंड के सभी नागरिकों की सुख-समृद्धि, उन्नति और खुशहाली की कामना की।
महाकाल मंदिर में भक्ति का भाव
उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और इसे हिंदू धर्म में विशेष धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व प्राप्त है। मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी ने पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना की और मंदिर प्रांगण में समय बिताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा महाकाल का आशीर्वाद न केवल व्यक्तिगत जीवन में शक्ति और प्रेरणा प्रदान करता है, बल्कि झारखंड के सभी लोगों के लिए समृद्धि और शांति लाने में मददगार साबित होगा
राजनीति से इतर आध्यात्मिक जुड़ाव
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की यह यात्रा आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जा रही है। झारखंड में चल रही राजनीतिक गतिविधियों और प्रशासनिक कार्यभार के बीच, यह यात्रा एक नई ऊर्जा और संतुलन प्रदान करने का संकेत देती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा महाकाल के दर्शन उनके जीवन का एक विशेष अनुभव हैं और यह उन्हें बेहतर कार्य करने की प्रेरणा देते हैं।
झारखंड की जनता के लिए मंगलकामना
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने झारखंडवासियों के लिए अपनी शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए कहा, “मैंने बाबा महाकाल से प्रार्थना की है कि झारखंड के सभी नागरिकों का जीवन खुशहाल और उन्नत हो। राज्य में शांति और विकास का वातावरण बना रहे।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
मुख्यमंत्री और विधायक की महाकाल मंदिर यात्रा की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। लोगों ने इसे उनकी धार्मिक और आध्यात्मिक जुड़ाव की सराहना करते हुए राज्य के लिए एक सकारात्मक कदम बताया।
महाकालेश्वर मंदिर: एक परिचय
महाकालेश्वर मंदिर हिंदू धर्म के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और इसे अत्यंत पवित्र माना जाता है। यहां प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। मुख्यमंत्री और विधायक का इस मंदिर में आना न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि राज्य की सांस्कृतिक समृद्धि के लिए भी एक प्रेरणा माना जा रहा है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और विधायक कल्पना सोरेन की इस आध्यात्मिक यात्रा ने झारखंड के नागरिकों के लिए सकारात्मक संदेश दिया है। बाबा महाकाल के दरबार से लौटकर मुख्यमंत्री ने झारखंड के विकास और समृद्धि के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।