रांची
झारखंड भाजपा कार्यालय में मंगलवार को आयोजित वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 पर प्रदेश स्तरीय कार्यशाला में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग पर कड़ा प्रहार किया। इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री और अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रभारी दुष्यंत गौतम ने कहा कि अगर वक्फ की जमीनों का वास्तविक और पारदर्शी उपयोग होता, तो आज भारत के मुस्लिम भाई-बहन सऊदी अरब के मुसलमानों से भी अधिक समृद्ध होते।
8 लाख एकड़ से ज्यादा वक्फ जमीन, लेकिन 31% मुस्लिम गरीबी में
दुष्यंत गौतम ने 2018 की केंद्रीय वक्फ बोर्ड की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि देश में करीब 8 लाख एकड़ से अधिक वक्फ संपत्ति है, जिसकी अनुमानित बाजार कीमत 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। बावजूद इसके, करीब 31% मुस्लिम समुदाय के लोग आज भी गरीबी रेखा के नीचे जीवन गुजारने को मजबूर हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि वक्फ की इन संपत्तियों का लाभ आम मुसलमानों तक नहीं पहुंच पाया, क्योंकि धार्मिक नेताओं और राजनीतिक गठजोड़ों ने इन संसाधनों का दोहन किया और समुदाय को शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं से वंचित रखा।
वक्फ संशोधन अधिनियम 2025: उद्देश्य और राजनीतिक संदेश
भाजपा नेताओं का कहना है कि वक्फ संशोधन अधिनियम का उद्देश्य किसी धार्मिक मान्यता पर हस्तक्षेप करना नहीं है, बल्कि इसका मुख्य मकसद वक्फ संपत्तियों की पारदर्शिता, सुरक्षा और जनकल्याण में उपयोग सुनिश्चित करना है।
नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा, “वक्फ की जमीन को लुटेरों से बचाने के लिए ही यह संशोधन लाया गया है। कांग्रेस जैसी पार्टियां जानबूझकर इस विषय पर दुष्प्रचार कर रही हैं।”
प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह ने कहा कि भाजपा इस अधिनियम की जानकारी को जनसंपर्क और संवाद अभियानों के जरिए आम जनता तक पहुंचाएगी।
कार्यशाला में शामिल हुए वरिष्ठ नेता
इस अहम कार्यशाला का संचालन जागरण अभियान के प्रदेश संयोजक कमाल खान ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन सह संयोजक अमर कुमार बाउरी ने दिया। कार्यक्रम में सांसद दीपक प्रकाश, डॉ प्रदीप वर्मा, आदित्य साहू समेत भाजपा के अन्य कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।