जैसे ही झारखंड में विधानसभा चुनाव की घोषणा हुई, राज्य में विधि-व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए उच्चस्तरीय गतिविधियाँ शुरू हो गईं। इसी क्रम में रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) चंदन सिन्हा ने 15 अक्टूबर को जिले के सभी पुलिस अधीक्षक (SP), उप पुलिस अधीक्षक (DSP), और थाना प्रभारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में जिले में सुरक्षा और विधि-व्यवस्था को लेकर कई अहम निर्देश दिए गए।
जिला प्रवेश पर कड़ी निगरानी और वाहन जांच का आदेश
SSP चंदन सिन्हा ने आदेश दिया कि जिले के प्रवेश बिंदुओं पर बनाए गए सभी चेकपोस्ट पर विशेष चौकसी बरती जाए। इन चेकपोस्टों पर हर आने-जाने वाले वाहन की गहनता से जांच होनी चाहिए ताकि किसी भी प्रकार के अवैध आग्नेयास्त्र, अवैध धन, या संदिग्ध व्यक्तियों की आवाजाही पर तुरंत रोक लगाई जा सके। चुनाव के दौरान जिले में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम अत्यंत आवश्यक है।
नक्सल प्रभावित इलाकों में अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती पर जोर
झारखंड के कुछ हिस्सों में नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण SSP ने नक्सलियों की गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती को भी प्रमुखता दी। SSP ने मुख्यालय को अतिरिक्त अर्द्धसैनिक बल और जिला बल उपलब्ध कराने के लिए पत्र भेजा है, जिससे संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जा सके। चुनाव के दौरान नक्सली हिंसा की आशंका को ध्यान में रखते हुए यह कदम अत्यंत महत्वपूर्ण है।
अवैध हथियार रखने वालों पर सख्त कार्रवाई
SSP ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिया कि जो भी व्यक्ति अवैध हथियारों के साथ घूमते पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि लंबित वारंट और कुर्की के मामलों को जल्द से जल्द निपटाया जाए। SSP का मानना है कि अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए यह एक प्रभावी कदम होगा, जिससे चुनावी प्रक्रिया सुचारू रूप से संचालित हो सकेगी।
बिना अनुमति के किसी भी सभा पर रोक
चुनावी माहौल को शांतिपूर्ण बनाए रखने के लिए SSP ने यह भी निर्देश जारी किया कि किसी भी प्रकार की सभा, रैली, या जनसभा का आयोजन बिना अनुमति के नहीं किया जाएगा। यदि कोई बिना अनुमति के सभा आयोजित करता है, तो उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी। इस कदम का उद्देश्य चुनावी प्रक्रिया को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराना है, जिससे जिले में किसी भी प्रकार की अराजकता या हिंसा की संभावना को समाप्त किया जा सके।
चुनावी सुरक्षा व्यवस्था की दिशा में ठोस कदम
SSP चंदन सिन्हा ने स्पष्ट कर दिया कि चुनाव के दौरान विधि-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखना पुलिस प्रशासन की प्राथमिकता होगी। न सिर्फ संदिग्ध व्यक्तियों पर निगरानी रखी जाएगी, बल्कि जिले के सभी संवेदनशील इलाकों में पुलिस की तैनाती को भी बढ़ाया जाएगा। इसके अलावा, आदर्श आचार संहिता के तहत सभी राजनीतिक गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाएगी, ताकि किसी भी प्रकार की अनियमितता न हो सके।
निष्कर्ष
चुनाव एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है, जिसे शांतिपूर्ण और निष्पक्ष रूप से संपन्न कराना प्रशासन की जिम्मेदारी होती है। SSP चंदन सिन्हा द्वारा उठाए गए ये कदम यह सुनिश्चित करते हैं कि रांची में विधानसभा चुनाव के दौरान विधि-व्यवस्था बनाए रखने के सभी उपाय किए गए हैं। अवैध गतिविधियों पर रोक और संदिग्ध व्यक्तियों पर कड़ी निगरानी से चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने वाले कारकों पर प्रभावी नियंत्रण रखा जाएगा।