रांची: आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर विधि-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने और आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री के. रवि कुमार ने एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में सभी जिले के जिला निर्वाचन पदाधिकारी, वरीय पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ऑनलाइन माध्यम से जुड़े। इस बैठक में विधानसभा चुनावों के दौरान शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए विशेष निर्देश जारी किए गए।
लंबित वारंट और कुर्की की कार्रवाई में तेजी लाने का निर्देश
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री के. रवि कुमार ने अपने संबोधन में स्पष्ट रूप से कहा कि चुनाव के दौरान विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी संबंधित अधिकारी सुनिश्चित करें कि उनके क्षेत्र में लंबित जमानतीय और गैर-जमानतीय वारंट, इश्तेहार और कुर्की की कार्रवाई जल्द से जल्द पूरी हो। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जिन व्यक्तियों पर ऐसे मामले लंबित हैं, वे चुनावी माहौल में अशांति और हिंसा फैलाने में शामिल हो सकते हैं। इसलिए, संबंधित अधिकारियों को विशेष अभियान चलाकर इन मामलों का त्वरित निष्पादन करने का आदेश दिया गया है।
श्री कुमार ने आगे कहा कि पहले के चुनावों में ऐसी घटनाएं सामने आई थीं जहां लंबित वारंट और कुर्की के बावजूद आरोपी चुनावी हिंसा में शामिल पाए गए थे। इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे उम्मीदवारों, उनके समर्थकों और प्रस्तावकों के खिलाफ लंबित मामलों का भी सत्यापन करें, ताकि नामांकन और चुनाव प्रचार के दौरान किसी तरह का दबाव न बनाया जा सके।
जिम्मेदारी का निर्वहन न करने पर होगी कार्रवाई
श्री रवि कुमार ने सभी अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि वे अपने क्षेत्र में लंबित मामलों का निस्तारण नहीं करते हैं और इसके परिणामस्वरूप कोई दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति उत्पन्न होती है, तो इसके लिए वही जिम्मेदार माने जाएंगे। उन्होंने कहा कि आदर्श आचार संहिता का पालन सख्ती से होना चाहिए और किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
चेकपोस्टों पर सघन जांच और अवैध गतिविधियों पर कार्रवाई
बैठक के दौरान श्री कुमार ने राज्य के सभी चेकपोस्टों पर सघन जांच करने और अवैध खनन, अवैध धन के लेन-देन, अवैध शराब और अन्य प्रतिबंधित वस्तुओं की तस्करी पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। यह सुनिश्चित किया जाए कि राज्य में चुनावी प्रक्रिया के दौरान कोई भी अवैध गतिविधि न हो, जो चुनावी माहौल को प्रभावित कर सकती है।
राज्य पुलिस नोडल पदाधिकारी का निर्देश
इस अवसर पर राज्य पुलिस नोडल पदाधिकारी श्री ए. वी. होमकर ने कहा कि सभी जिले के पुलिस अधीक्षक अपने-अपने क्षेत्रों में विशेष अभियान चलाते हुए लंबित वारंट और कुर्की की कार्रवाई को प्राथमिकता दें और जल्द से जल्द निष्पादन की रिपोर्ट प्रस्तुत करें। साथ ही उन्होंने निर्देश दिया कि जिन लोगों पर वारंट जारी है, उनके लाइसेंसधारी हथियारों को भी नियमानुसार जमा कराने की प्रक्रिया को पूरा करें। सोशल मीडिया पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों पर भी ध्यान दिया जाए और तुरंत कार्रवाई की जाए।
आदर्श आचार संहिता का सख्त पालन
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि आदर्श आचार संहिता के पालन में किसी भी तरह की कोताही नहीं बरती जानी चाहिए। सभी संबंधित अधिकारियों को इस बात का ध्यान रखना होगा कि चुनाव प्रचार, जनसभा, और अन्य चुनावी गतिविधियों के दौरान सभी नियमों का पालन हो और किसी प्रकार की अनियमितता न हो।
बैठक में उपस्थित अधिकारी
इस बैठक में राज्य सीआरपीएफ नोडल पदाधिकारी श्री साकेत कुमार सिंह, अवर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. नेहा अरोड़ा, डीआईजी श्री धनंजय कुमार सिंह, डीआईजी श्री इंद्रजीत महथा, डीआईजी श्री अश्विनी कुमार सिन्हा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। सभी अधिकारियों ने चुनावी प्रक्रिया को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।
इस बैठक के जरिए यह स्पष्ट कर दिया गया कि विधानसभा चुनाव 2024 के दौरान सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने क्षेत्रों में चुनाव से पहले और चुनावी प्रक्रिया के दौरान विधि-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाएं।