रांची, झारखंड: शहरी स्वच्छता व्यवस्था को सुदृढ़ करने और प्लास्टिक प्रदूषण पर काबू पाने के लिए रांची नगर निगम ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। नगर निगम ने शहरी इलाकों में साफ-सफाई को बेहतर बनाने और सिंगल यूज प्लास्टिक (एकल इस्तेमाल प्लास्टिक) के उपयोग पर रोक लगाने के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
सख्त निर्देश और कार्रवाई की योजना
नगर निगम के उप प्रशासक ने निर्देश जारी करते हुए कहा है कि शहरी स्वच्छता और प्लास्टिक प्रतिबंध के नियमों का कड़ाई से पालन किया जाएगा। निगम की इंफोर्समेंट टीम को यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी गई है कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो।
निर्देशों के अनुसार, सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को अनिवार्य रूप से कूड़ेदान (डस्टबिन) रखना होगा। यदि किसी प्रतिष्ठान में डस्टबिन नहीं पाया जाता है या प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग होता है, तो निगम की टीम द्वारा जुर्माना लगाया जाएगा।
सिंगल यूज प्लास्टिक पर सख्ती
नगर निगम ने सिंगल यूज प्लास्टिक, विशेष रूप से प्लास्टिक कैरी बैग के उपयोग पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। यह कदम पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से उठाया गया है, क्योंकि प्लास्टिक अपशिष्ट शहरी इलाकों में बढ़ते प्रदूषण का मुख्य कारण बनता जा रहा है।
स्थानीय नागरिकों और व्यवसायियों से अपील
रांची नगर निगम ने स्थानीय नागरिकों और व्यापारिक समुदाय से सहयोग की अपील की है। उप प्रशासक ने कहा, “स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त शहर बनाने के लिए सभी नागरिकों को आगे आकर जिम्मेदारी निभानी होगी। यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि हम अपने शहर को साफ और हरा-भरा बनाएं।”
इंफोर्समेंट टीम की भूमिका
स्वच्छता व्यवस्था को प्रभावी बनाने के लिए नगर निगम ने अपनी इंफोर्समेंट टीम को सक्रिय कर दिया है। यह टीम नियमित निरीक्षण करेगी और नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर तुरंत कार्रवाई करेगी। इसके साथ ही, नागरिकों को प्लास्टिक कचरे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करने के लिए भी अभियान चलाए जाएंगे।
राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा का प्रयास
यह पहल न केवल स्थानीय स्तर पर स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण में सुधार लाएगी, बल्कि रांची को एक स्वच्छ और प्लास्टिक मुक्त शहर के रूप में स्थापित करने में मदद करेगी।
रांची नगर निगम के इस कदम से अन्य शहरी निकायों को भी प्रेरणा मिल सकती है, जिससे पूरे देश में स्वच्छता और प्लास्टिक प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए ठोस प्रयास किए जा सकें।