राजधानी रांची की सड़कों पर लगने वाले जाम और ट्रैफिक की जटिलता से जल्द ही राहत मिलने वाली है। राज्य सरकार ने शहर को दो अत्याधुनिक स्मार्ट सड़कों की सौगात देने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री द्वारा दोनों परियोजनाओं को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी गई है, जिन पर कुल मिलाकर लगभग 638 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
पहली सड़क: एलिवेटेड सिक्स लेन स्मार्ट रोड
पहली स्मार्ट सड़क विवेकानंद स्कूल (पुरानी विधानसभा) से शुरू होकर नयासराय रिंग रोड तक जाएगी। यह 8.209 किमी लंबा छह लेन का एलिवेटेड कॉरिडोर होगा, जिसमें दो अतिरिक्त लेन सर्विस रोड के रूप में बनाई जाएंगी। इस प्रोजेक्ट पर करीब 300 करोड़ रुपए का खर्च अनुमानित है।
इस मार्ग के निर्माण से रिंग रोड से शहर का सीधा और हाई-स्पीड कनेक्शन सुनिश्चित होगा, जिससे वीवीआईपी मूवमेंट, आपातकालीन सेवाएं और आम नागरिकों की आवाजाही सुगम होगी।
दूसरी सड़क: कटहल मोड़ से विस पेरिफेरी लिंक तक फोरलेन रोड
दूसरी स्मार्ट सड़क की योजना कटहल मोड़ चौक से शुरू होकर जगन्नाथपुर मंदिर, आलम चौक, साईं मंदिर होते हुए विधानसभा पेरिफेरी लिंक तक प्रस्तावित है। इस फोरलेन सड़क पर लगभग 338 करोड़ रुपए खर्च होंगे। यह रूट दक्षिण-पश्चिम रांची को बेहतर कनेक्टिविटी देने में अहम भूमिका निभाएगा।
आगे की प्रक्रिया
इन दोनों परियोजनाओं को अब राज्य योजना प्राधिकृत समिति (State Planning Authorized Committee) के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। समिति की सहमति के बाद इसे राज्य कैबिनेट की अंतिम मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
क्या होंगे लाभ?
- जाम से राहत: मुख्य मार्गों पर दबाव कम होगा और शहर में यातायात प्रवाह बेहतर होगा।
- समय की बचत: तेज रफ्तार और एलिवेटेड सड़क से सफर सुगम होगा।
- विकास को बढ़ावा: इन परियोजनाओं से रियल एस्टेट और लोकल बिजनेस को भी बढ़ावा मिलेगा।
- आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर: स्मार्ट लाइटिंग, ड्रेनेज, सर्विस लेन और डिजिटली मॉनिटरिंग की सुविधाएं मिलेंगी।
निष्कर्ष
रांची के शहरी परिवहन को तकनीकी रूप से उन्नत बनाने की दिशा में यह दो सड़कें एक इन्फ्रास्ट्रक्चर बूस्टर के रूप में काम करेंगी। जहां एक ओर जाम की समस्या का स्थायी समाधान मिलेगा, वहीं दूसरी ओर राजधानी की छवि स्मार्ट सिटी के रूप में और अधिक सशक्त होगी।