रांची में स्पा सेंटरों के नाम पर देह व्यापार का धंधा तेजी से फैलता जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, लालपुर रोड पर कई ऐसे स्पा सेंटर हैं, जो दिखावे में तो ब्यूटी और मसाज सेवाएं प्रदान करते हैं, लेकिन असल में देह व्यापार का अड्डा बने हुए हैं। यह समस्या केवल लालपुर तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे रांची में इस तरह के अवैध काम धड़ल्ले से चल रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि प्रशासन को इस पूरे मामले की जानकारी होते हुए भी कोई सख्त कदम नहीं उठाया जा रहा है।
स्पा सेंटरों के नाम पर अवैध धंधा
लालपुर थाना क्षेत्र में कई स्पा सेंटर ऐसे हैं, जो अपनी आड़ में देह व्यापार चला रहे हैं। यह स्पा सेंटर दिखावे में तो शरीर की देखभाल और मसाज सेवाएं देने का दावा करते हैं, लेकिन अंदर की वास्तविकता कुछ और ही है। यहां रात-दिन कस्टमर का आना-जाना लगा रहता है और अवैध रूप से देह व्यापार किया जा रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह धंधा रात के समय सबसे ज्यादा सक्रिय होता है, जब ग्राहक यहां आते हैं और अवैध गतिविधियों में शामिल होते हैं। स्पा सेंटरों के अंदर क्या हो रहा है, इसे लेकर सभी जानते हैं, लेकिन चुप्पी साधे हुए हैं, क्योंकि इस धंधे में बड़े लोगों की मिलीभगत मानी जा रही है।
प्रशासन की निष्क्रियता और मिलीभगत के आरोप
खबरों के अनुसार, प्रशासन को इस अवैध धंधे की पूरी जानकारी है, लेकिन इसके बावजूद कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की जा रही है। इस मामले में कई बार यह भी आरोप लगाए जा चुके हैं कि प्रशासनिक अधिकारियों को भी इस अवैध व्यापार से मुनाफा पहुंचाया जा रहा है। कहा जा रहा है कि स्पा सेंटर संचालक हर हफ्ते या महीने कुछ राशि प्रशासन को देते हैं, जिससे उन्हें खुली छूट मिल जाती है।
लालपुर थाना क्षेत्र में खासतौर पर यह समस्या विकराल रूप ले चुकी है, लेकिन पूरे रांची में भी इसी तरह के मामले सामने आ रहे हैं। यह केवल कानून व्यवस्था के लिए चिंता का विषय नहीं है, बल्कि समाज में नैतिकता और मूल्यों के गिरते स्तर का भी संकेत है।
प्रभावित समाज और युवा वर्ग
स्पा सेंटरों के आड़ में चल रहे इस देह व्यापार का सीधा असर समाज और खासकर युवा वर्ग पर पड़ रहा है। जहां एक ओर समाज में नैतिक पतन हो रहा है, वहीं दूसरी ओर इस तरह के धंधे युवाओं को गलत राह पर ले जा रहे हैं। ऐसे अवैध कार्यों का प्रसार न केवल कानूनी समस्या उत्पन्न करता है, बल्कि यह समाज के स्वास्थ्य और मानसिकता को भी खराब करता है।
स्थानीय लोग कई बार इस मुद्दे पर आवाज उठा चुके हैं, लेकिन उनके सवालों का जवाब देने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
प्रशासन को सख्त कदम उठाने की आवश्यकता
यह स्थिति चिंता का विषय है कि प्रशासन की आंखों के सामने यह अवैध धंधा फल-फूल रहा है। हालांकि, इस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं कि प्रशासन की मिलीभगत के कारण ही यह धंधा जारी है, लेकिन ऐसे आरोप अगर सही हैं, तो यह पूरे प्रशासनिक तंत्र पर सवाल खड़ा करते हैं।
इस मामले में प्रशासन को न केवल अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए, बल्कि दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी करनी चाहिए, ताकि जनता का विश्वास फिर से बहाल हो सके। इसके अलावा, उन स्पा सेंटरों पर भी कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए जो इस अवैध व्यापार में लिप्त हैं।
समाज की भूमिका
इस समस्या को समाप्त करने में केवल प्रशासन पर निर्भर रहना पर्याप्त नहीं है। समाज के जागरूक लोगों को भी इस अवैध धंधे के खिलाफ आवाज उठानी होगी। स्थानीय लोगों को एकजुट होकर प्रशासन पर दबाव डालना चाहिए ताकि इस तरह के धंधों को जड़ से खत्म किया जा सके। इसके लिए मीडिया की भी महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है, जो इस मामले को प्रमुखता से उठाकर प्रशासन को जवाबदेह बना सकती है।