मंगलवार देर रात झारखंड पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। पुलिस ने लोहरदगा जिले से पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (PLFI) के हार्डकोर कमांडर सुल्तान को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, क्योंकि सुल्तान चार जिलों में आतंक फैलाने के लिए कुख्यात था।
चार जिलों में फैलाया था आतंक
सुल्तान झारखंड के लोहरदगा, गुमला, लातेहार और सिमडेगा जिलों में सक्रिय था। वह इन इलाकों में रंगदारी वसूलने, हिंसक घटनाओं को अंजाम देने और लोगों के बीच डर का माहौल बनाने का काम करता था। पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी।
गुप्त सूचना पर हुई गिरफ्तारी
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सुल्तान की गिरफ्तारी गुप्त सूचना के आधार पर हुई। मंगलवार की रात पुलिस ने लोहरदगा जिले में एक विशेष अभियान चलाया और सटीक जानकारी के आधार पर उसे धर दबोचा। पुलिस ने उसके पास से हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किए हैं।
पीएलएफआई के खिलाफ पुलिस का अभियान
पीएलएफआई झारखंड के नक्सली संगठनों में से एक है, जो राज्य में अवैध गतिविधियों में शामिल है। इस संगठन के खिलाफ पुलिस ने सख्त अभियान छेड़ रखा है। सुल्तान की गिरफ्तारी से संगठन को बड़ा झटका लगा है।
पुलिस की बड़ी उपलब्धि
झारखंड पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस गिरफ्तारी को बड़ी सफलता बताया है। एक अधिकारी ने कहा, “सुल्तान जैसे हार्डकोर कमांडर की गिरफ्तारी से नक्सली गतिविधियों पर लगाम लगेगी। पुलिस राज्य में शांति और सुरक्षा कायम रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।”
आगे की कार्रवाई
सुल्तान से पूछताछ की जा रही है, और पुलिस को उम्मीद है कि उसके जरिए संगठन के अन्य सदस्यों और उनकी गतिविधियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी। इसके साथ ही पुलिस ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत साझा करें।
सुल्तान की गिरफ्तारी झारखंड पुलिस की नक्सल विरोधी मुहिम में एक बड़ी सफलता है। यह अभियान न केवल अपराधियों के हौसले पस्त करेगा, बल्कि राज्य में शांति बहाल करने में भी मदद करेगा।